Patna (पटना) : बिहार विधानसभा चुनाव के लिए मतों की गिनती जारी है और शुरुआती रुझानों में सत्ताधारी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) स्पष्ट बहुमत की ओर बढ़ता दिख रहा है। 243 सीटों वाली विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 122 है, जिसे NDA काफी पहले ही पार कर चुका है।
चुनाव आयोग के आधिकारिक रुझानों और विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जनता दल (यूनाइटेड) के नेता और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले NDA गठबंधन को 190 से अधिक सीटों पर बड़ी बढ़त हासिल है। वहीं, मुख्य विपक्षी महागठबंधन लगभग 50 सीटों के आसपास सिमटता नजर आ रहा है।
बिहार चुनाव 2025 रिजल्ट
पार्टीवार स्थिति (मुख्य दल)
● भारतीय जनता पार्टी (BJP): रुझानों में BJP सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है और लगभग 85 सीटों पर आगे चल रही है।
● जनता दल (यूनाइटेड) (JDU): मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी भी शानदार प्रदर्शन कर रही है और लगभग 75 सीटों पर आगे है।
● राष्ट्रीय जनता दल (RJD): तेजस्वी यादव के नेतृत्व वाला RJD 35-40 सीटों के आसपास आगे चल रहा है।
● लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास): चिराग पासवान की पार्टी को भी अच्छी बढ़त मिली है और वे लगभग 20-25 सीटों पर आगे हैं।
● कांग्रेस (INC): कांग्रेस का प्रदर्शन निराशाजनक रहा है और वह 5 से 10 सीटों के बीच संघर्ष कर रही है।
● भाकपा-माले (CPI-ML): वामपंथी दलों में भाकपा-माले को कुछ सीटों पर बढ़त मिली है।
प्रमुख सीटों पर मुकाबला
◆ राघोपुर : शुरुआती रुझानों में राजद के तेजस्वी यादव पिछड़ते नजर आए, हालांकि मुकाबला कांटे का बना हुआ है।
◆ मोकामा : मोकामा सीट पर जदयू के अनंत कुमार सिंह आगे चल रहे हैं।
◆ मंत्री और बड़े नेता : NDA के कई प्रमुख चेहरे और मंत्री (जैसे सम्राट चौधरी, नितिन नवीन) अपनी सीटों पर बढ़त बनाए हुए हैं। वहीं, कुछ मंत्रियों को कड़े मुकाबले का सामना करना पड़ रहा है।
◆ अन्य पार्टियां : प्रशांत किशोर की नई जन सुराज पार्टी (JSP) और असदुद्दीन ओवैसी की AIMIM को कुछ सीटों पर बढ़त मिली है, लेकिन उनके प्रदर्शन से कोई बड़ा उलटफेर होता नहीं दिख रहा है।
NDA की वापसी और नीतीश कुमार का पांचवां कार्यकाल
शुरुआती रुझानों को देखते हुए यह लगभग तय है कि बिहार में NDA की वापसी हो रही है और नीतीश कुमार एक बार फिर मुख्यमंत्री के तौर पर लगातार पांचवीं बार कुर्सी संभाल सकते हैं। एग्जिट पोल के अनुमानों के अनुरूप ही, NDA ने शानदार प्रदर्शन किया है, जिसका श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व को दिया जा सकता है।
मतगणना अभी भी जारी है, और अंतिम परिणाम आने में थोड़ा समय लगेगा, लेकिन बिहार की नई राजनीतिक तस्वीर लगभग साफ हो चुकी है।