Chaibasa (चाईबासा): झारखंड सरकार एक तरफ जहां लोगों के 200 यूनिट मुफ्त बिजली और बिजली बिल को माफ करने की घोषणा कर रही, वहीं दूसरी तरफ बिजली विभाग ग्रामीण पर बिजली बिल जमा नहीं करने और बिजली चोरी करने का झूठा आरोप लगाकर मुकदमा दर्ज कर रही है. जिसको लेकर ग्रामीण आज जिला समाहरणालय स्थित उपायुक्त कार्यालय पहुंचकर डीसी कुलदीप चौधरी को ग्रामीणों ने बिजली चोरी के झूठे मामले में फंसाने के खिलाफ शिकायत पत्र सौंपा है.
पीड़ित ग्रामीणों का कहना है कि हमारे गाँव खेडियाटाँगर में मानवबल मे० शो० ई० प्रा० लि० तांतनगर द्वारा ही हमें विद्युत कानेक्शन दिया गया है. जो अपने घरेलु उपयोग विद्युत विभाग द्वारा बिल के लिए आता था.
बिजली चोरी मामले में खरियाटांगर के इन्हें बनाया गया है अभियुक्त
घसनी कुमारी, रंगो पूर्ती, राधिका देवी, सिराम देवगम, सुरेश पूर्ती शामिल है.
इस दौरान कहा हम सभी पैसा जमा करते थे और हमारे पास बिजली बिल का रसीद भी है. मुख्यमंत्री उर्जा खुशहाली योजना अंतर्गत 200 युनिट प्रतिमाह बिजली बिल विपत्र 30/08/2024 का माफ किया गया. बिजली बिल माफ होने के बावजूद कुल दिनांक 12 सितंबर 2024 को उपेन्द्र कुमार (कनीय विद्युत अभियंता चाईबासा) द्वारा घरेलु उपयोग के आलावे अतिरिक्त टोका लगाकर 1 KW का चोरी का आरोप लगाया गया है. जो वास्ताविक में ऐसा नहीं है. अभियंता द्वारा जानबुझ कर भोले भाले ग्रामीण आदिवासी मुलवासी को फंसाया जा रहा है. ग्रामीणों ने बिजली विभाग द्वारा किए गए प्राथमिक दर्ज को रद्द करने की मांग की.