मोकामा (बिहार): जनसुराज पार्टी के सक्रिय समर्थक दुलारचंद यादव की मौत को लेकर चल रही सियासी और प्रशासनिक हलचल के बीच अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने घटना से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्य सामने लाए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, दुलारचंद की मौत गोली लगने से नहीं, बल्कि गंभीर शारीरिक चोटों के कारण हुई थी, जिनसे कार्डियक अरेस्ट हुआ।
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दुलारचंद को पीछे से लगा था जोरदार धक्का
तीन चिकित्सकों की टीम द्वारा किए गए पोस्टमार्टम में स्पष्ट हुआ कि दुलारचंद को पीछे से किसी भारी चीज़ से जोरदार धक्का मारा गया, जिसके चलते वे बुरी तरह ज़मीन पर गिरे। इस हादसे में उनके सीने की कई हड्डियां टूट गईं और फेफड़ा फट गया। फेफड़े में आई यह गंभीर क्षति ही आगे चलकर हार्ट अटैक का कारण बनी और उनकी मौत हो गई।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने बता दी मौत की असली वजह
यह रिपोर्ट अब जांच अधिकारी (IO) को सौंप दी गई है, जो आगे की जांच में एक अहम साक्ष्य के रूप में इस्तेमाल होगी। इस घटना के तुरंत बाद घटना स्थल पर मौजूद लोगों द्वारा यह आशंका जताई गई थी कि दुलारचंद को गोली मारी गई है, जिसके बाद मामला तूल पकड़ गया था। लेकिन अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने इस दावे को खारिज करते हुए मौत के पीछे की असली वजह को उजागर किया है।
सुरक्षा व्यवस्थाओं पर भी सवाल खड़े
घटना की गंभीरता को देखते हुए चुनाव आयोग ने भी संज्ञान लिया है। आयोग ने बिहार के पुलिस महानिदेशक (DGP) से इस घटना की पूरी विस्तृत रिपोर्ट तलब की है। आयोग का यह कदम इस बात का संकेत है कि मामला न सिर्फ कानून-व्यवस्था से जुड़ा है, बल्कि चुनावी गतिविधियों के दौरान सुरक्षा व्यवस्थाओं पर भी सवाल खड़े कर रहा है।
राजनीतिक पटल पर चर्चा का विषय बना हुआ
जनसुराज पार्टी के समर्थकों ने इस घटना पर आक्रोश जताते हुए दोषियों की शीघ्र गिरफ्तारी और निष्पक्ष जांच की मांग की है। यह मामला अब न केवल राजनीतिक पटल पर चर्चा का विषय बना हुआ है, बल्कि कानून व्यवस्था और जनसुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल भी छोड़ रहा है।
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