Chaibasa (चाईबासा) : पश्चिम सिंहभूम जिले के सारंडा जंगल क्षेत्र में गुरुवार दोपहर कोबरा बटालियन और नक्सलियों के बीच लगभग एक घंटे तक चली भीषण मुठभेड़ हुई। शुरुआती रिपोर्ट के अनुसार, नक्सलियों को बड़ा नुकसान पहुंचा है, और मुठभेड़ स्थल से दो एसएलआर समेत तीन राइफलें बरामद की गई हैं। कोल्हान डीआईजी ने पुष्टि की है कि इलाका घेर लिया गया है और नक्सलियों के ठिकानों की तलाश में सघन सर्च ऑपरेशन जारी है।
Police Encounter With Naxalites : 1 दर्जन पुलिसकर्मियों की नृशंस हत्या करने और 96 से अधिक घटना को अंजाम देने वाला जोनल कमांडर नक्सली मुठभेड़ में हुआ ढेर
मुठभेड़ की जगह और समय
झारखंड के पश्चिम सिंहभूम जिले के सारंडा क्षेत्र में गुरुवार को सुरक्षा एजेंसियों को बड़ी सफलता मिली। यह भीषण मुठभेड़ छोटानागरा और जराईकेला थाना क्षेत्र के सीमावर्ती जंगलों—विशेष रूप से मारंगपोगा और तेताई के इलाकों में हुई। सूत्रों के मुताबिक, कोबरा बटालियन के जवानों और नक्सली समूह के बीच लगभग 45 मिनट से 1 घंटे तक गोलियों की ताबड़तोड़ बौछार चली।
नक्सलियों को बड़ा नुकसान
प्रारंभिक सूचनाओं के अनुसार, सुरक्षा बलों की जवाबी कार्रवाई में नक्सलियों को बड़ा नुकसान पहुंचा है। सूत्रों ने एक नक्सली के मारे जाने की भी खबर दी है, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि होना बाकी है। सुरक्षा बलों के दबाव के चलते, नक्सली घने जंगल और पहाड़ी इलाकों का फायदा उठाकर भागने में सफल रहे।
हथियारों की बरामदगी
मुठभेड़ स्थल की तलाशी के दौरान पुलिस ने नक्सलियों द्वारा छोड़े गए तीन हथियार बरामद किए हैं, जिनमें:
- दो एसएलआर राइफल
- एक 303 राइफल
उच्चाधिकारियों की पुष्टि और आगे की कार्रवाई
इस घटना के संबंध में, कोल्हान के डीआईजी अनुरंजन किस्पोट्टा ने मुठभेड़ की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि इलाके में सघन सर्च ऑपरेशन अभी भी जारी है और पूरे क्षेत्र को पूरी तरह से घेर लिया गया है। पुलिस का कहना है कि यह अभियान नक्सलियों के छुपने के ठिकानों का पता लगाने और उनकी गतिविधियों पर नियंत्रण स्थापित करने तक जारी रहेगा।
वर्तमान स्थिति
सुरक्षा बलों की इस सख्त कार्रवाई के बाद नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में उनकी सक्रियता का स्पष्ट संकेत मिलता है। स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, क्षेत्र में तनाव की स्थिति बनी हुई है, लेकिन सुरक्षा एजेंसियां पूरी मुस्तैदी के साथ घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए हैं।

