Chaibasa (चाईबासा) सारंडा जंगल क्षेत्र में एक बार फिर IED ब्लास्ट की घटना हुई है। जानकारी के अनुसार आज जराईकेला थाना क्षेत्र के कोलभोंगा जंगल में IED विस्फोट हुआ, जिसमें एक युवती की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो अन्य महिलाएं भी गंभीर रूप से घायल हुए हैं। दोनों घायलों को स्थानीय अस्पताल ले जाया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है।इस खबर की पुष्टि पुलिस अधीक्षक अमित रेणु ने की है।
IED BLAST : नक्सलियों के आइईडी ब्लास्ट में घायल जवान हुए शहीद, एसपी ने की पुष्टि
घटना के बाद इलाके में आतंक और दहशत का माहौल फैल गया है। पुलिस और सुरक्षा बलों की टीम घटनास्थल पर पहुंचकर एरिया सील कर सर्च ऑपरेशन चला रही है। यह आशंका जताई जा रही है कि विस्फोटक पदार्थ सुरक्षा बलों को लक्ष्य बनाने के लिए नक्सलियों द्वारा लगाया गया हो, लेकिन ग्रामीणों के पैर पड़ने से ब्लास्ट हो गया।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, ग्रामीण लकड़ी व पत्ता संग्रह के उद्देश्य से जंगल गए थे, तभी अचानक तेज धमाके की आवाज हुई। स्थानीय लोग घायलों को बाहर निकालने में जुट गए, लेकिन एक युवती बचाई नहीं जा सकी। प्रशासन अभी मृतका का नाम और पहचान आधिकारिक रूप से जारी नहीं कर रहा है।
पुलिस अधीक्षक अमित रेणु ने बताया कि आज शाम कोलभोंगा और बिंदिकिरी के जंगल में तीन महिलाएं नक्सलियों के द्वारा सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से जंगलों में जगह-जगह आईडी बिछाए गए हैं, जिनकी चपेट में आ गई। इस ब्लास्ट में एक महिला की मौत हो गई है वंही दो महिलाएं घायल है जिन्हें स्थानीय अस्पताल में भर्ती गया है। नक्सलियों की इस कारण हरकत से बेगुनाह ग्रामीणों की मौत हो रही है।

पिछले छह महीनों में लगातार IED ब्लास्ट – 3 मौतें, 4 घायल
सारंडा और आसपास के इलाकों में पिछले छह महीनों के दौरान IED विस्फोटों की श्रृंखला देखने को मिली है। लगातार हो रही इन घटनाओं ने सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ा दी है।
| तारीख (2025) | स्थान | घटना | हताहत |
|---|---|---|---|
| लगभग जून 2025 | सिलीकुटा–लांगलाकाटा क्षेत्र (सारंडा बॉर्डर) | IED ब्लास्ट में CRPF ASI शहीद | 1 मौत |
| 8 अगस्त 2025 | हिन्दुकुली / हिन्दुकोचा, सारंडा | CoBRA टीम पर IED ब्लास्ट | 2 जवान घायल |
| 10 अक्टूबर 2025 | बाबुदीह, सारंडा जंगल | सर्च ऑपरेशन के दौरान ब्लास्ट | 1 जवान शहीद, 1 घायल |
| 28 अक्टूबर 2025 | दिघा गांव, सारंडा | 10 वर्षीया बच्ची IED में मारी गई | 1 मौत |
| 9 नवंबर 2025 | सारंडा जंगल | स्निफर डॉग की मौत, हैंडलर घायल | 1 कुत्ते की मौत / 1 घायल |
इन घटनाओं में कुल 3 नागरिक-सुरक्षा कर्मियों की मौत और 4 घायल हुए।
IED धमाकों में हाल के महीनों में वन्य जीवों विशेषकर दो हाथियों की भी मौत हुई है।
सुरक्षा एजेंसियों के लिए बड़ी चुनौती
सारंडा एशिया का सबसे बड़ा साल वन क्षेत्र माना जाता है, और लंबे समय से माओवादी गतिविधियों का प्रमुख सेंटर रहा है। हाल में लगातार हो रहे IED ब्लास्ट साफ संकेत देते हैं कि नक्सली सुरक्षा बलों की गतिविधियों को रोकने के लिए जंगल में बड़ी संख्या में विस्फोटक छुपा कर रख रहे हैं, जिससे ग्रामीण लगातार जोखिम में हैं।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, आसपास के गांवों में सर्च ऑपरेशन तेज किया जा रहा है और बम निरोधक टीमों को भी तैनात किया जा रहा है।
ग्रामीणों और प्रशासन की अपील
- जंगल में जाने से पहले प्रशासनिक निर्देशों का पालन करें।
- संदिग्ध वस्तु या तार दिखे तो तुरंत पुलिस को सूचना दें।
- सुरक्षा बलों के साथ सहयोग करें।
निष्कर्ष
कोलभोंगा IED ब्लास्ट की यह घटना स्पष्ट करती है कि सारंडा क्षेत्र में सुरक्षा खतरा अभी भी अत्यधिक सक्रिय है। प्रशासन के लिए यह चुनौतीपूर्ण समय है, और आम ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाने की सख्त जरूरत है।

