Ranchi (राँची) : झारखंड की कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने आज कृषि निदेशालय में औचक निरीक्षण कर विभागीय सुस्ती पर नाराज़गी जताई। मंत्री अचानक उद्यान निदेशालय पहुंचीं और उद्यान विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षात्मक बैठक की।
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बैठक के दौरान उन्होंने विभाग की सभी योजनाओं की प्रगति की विस्तृत जानकारी ली। इस दौरान कई अधिकारी योजनाओं से जुड़े डेटा और रिपोर्ट तैयार करने में असहज और परेशान दिखाई दिए।
मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने मीडिया से बातचीत में कहा कि “हमेशा कार्रवाई ही समाधान नहीं होता। रचनात्मक सोच और एक ठोस कार्ययोजना के जरिए भी योजनाओं को गति दी जा सकती है।”
उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट रूप से निर्देश दिया कि जमीन पर वास्तविक काम दिखना चाहिए, सिर्फ कागज़ों में नहीं।
योजनाओं की बाधाएँ दूर करने पर विशेष फोकस
औचक समीक्षा बैठक में मंत्री ने उद्यान विभाग की योजनाओं को धरातल पर लागू करने में आ रही बाधाओं पर विस्तार से चर्चा की और कहा कि विभाग को तेज़ी व पारदर्शिता दोनों के साथ काम करना होगा।
बैठक में अधिकारियों ने बताया कि मशरूम वितरण, मधुमक्खी पालन सहित कई योजनाएँ प्रगति पर हैं।
मंत्री ने सभी योजनाओं को निर्धारित समय-सीमा के भीतर पूरा करने का निर्देश दिया।
बैठक में उपस्थित प्रमुख अधिकारी—
उद्यान निदेशक माधवी मिश्रा
समेति निदेशक विकास कुमार
अन्य विभागीय पदाधिकारी
मंत्री नेहा तिर्की का किसान कॉल सेंटर का औचक निरीक्षण
समीक्षा बैठक के बाद मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की किसान कॉल सेंटर भी पहुंचीं।
उन्होंने कॉल सेंटर से किसानों को की जाने वाली कॉल, योजनाओं की जानकारी देने की प्रक्रिया और समस्या समाधान की व्यवस्था को बारीकी से समझा।
मंत्री की मौजूदगी में कॉल सेंटर ऑपरेटर ने एक किसान को कॉल कर उसकी समस्या सुनी और समाधान की प्रक्रिया बताई।
उन्होंने निर्देश दिया कि—
ऑपरेटरों को योजनाओं की अद्यतन जानकारी दी जाए
नियमित प्रशिक्षण सुनिश्चित किया जाए

