Chaibasa :- आदर्श नगरपालिका बंगला मध्य विद्यालय को स्वच्छता के लिए ओवर आल कैटेगरी मे राष्ट्रीय पुरस्कार हेतु राज्य सरकार ने नामित किया है। नगरपालिका बंगला मध्य विद्यालय के अलावे कस्तुरबा गांधी बालिका विद्यालय नोवामुंडी भी इस श्रेणी में नामित हुआ है जबकि आदर्श मध्य विद्यालय बड़ा जामदा को सब कैटेगरी में राष्ट्रीय पुरस्कार हेतु नामित किया गया है। इसी वर्ष स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के निर्देश पर राज्य के सभी स्तर के विद्यालयों ने विभाग द्वारा तय मापदंड के आधार पर अपने-अपने विद्यालय का स्वमूल्यांकन किया था। जिसके आधार पर फाईव स्टार प्राप्त विद्यालयों में राज्य स्तरीय पुरस्कार के लिए चयनित विद्यालयों का स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के अवर सचिव अनिल कुमार ने विगत माह निरीक्षण कर विद्यालय के दावे का भौतिक सत्यापन किया था। अवर सचिव के रिपोर्ट के आधार पर ही शिक्षा विभाग ने जिले के आठ विद्यालयों को राज्य स्तरीय पुरस्कार से पुरस्कृत करने का निर्णय लिया है। स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के आंतरिक मूल्यांकन के बाद राज्य के कुल 20 फाईव स्टार प्राप्त विद्यालयों को राष्ट्रीय पुरस्कार हेतु राज्य सरकार ने नामित कर केंद्र सरकार को भेजा है। जल्द ही केंद्र की टीम इन सभी विद्यालयों का भौतिक सत्यापन करेगी तथा उनके रिपोर्ट के आधार पर ही इन विद्यालयों को राष्ट्रीय पुरस्कार हेतु चयनित किया जाएगा।
विद्यालय के प्रधानाध्यापक असीम कुमार सिंह ने बताया कि पूरे राज्य के बीस विद्यालयों में नगरपालिका बंगला मध्य विद्यालय का चयन होना विद्यालय परिवार के लिए गर्व की बात है विद्यालय प्रबंधन समिति की अध्यक्षा अनिता सिंह राणा ने इसका सारा श्रेय विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिकाओं एवं छात्र-छात्राओं को दिया है जिनके प्रयास से विद्यालय आज इस मुकाम तक पहूँचा है। प्रधानाध्यापक असीम कुमार सिंह ने बताया कि स्वच्छता के लिए तय मापदंड के तहत शौचालय की सफाई एवं रख रखाव, पेयजल की व्यवस्था, जैविक एवं अजैविक कचड़े का निस्तारण एवं प्रबंधन, बालिकाओं के लिए सैनेटरी पैड का प्रबंध एवं उसका सुरक्षित निस्तारण, वर्षा जल संचयन की व्यवस्था सामुदायिक साफ-सफाई में विद्यालय की सहभागिता इत्यादि कुछ ऐसे पैमाने थे जिसके मापदंड पर विद्यालय खरा उतरा है। उन्होनें इस कार्य के लिए विशेष रूप से जिला प्रशासन, नगर पर्षद चाईबासा एवं शिक्षा विभाग का आभार व्यक्त किया। जिनके सहयोग से स्वच्छता के लिए विद्यालय को एक नई पहचान मिली है।