Chaibasa:- कुड़ुख सामुदायिक भवन पुलहातु में उरांव समाज क्षेत्रीय कमिटी की एक बैठक संचू तिर्की की अध्यक्षता में की गई। जिसमें प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी आदिवासी उरांव समाज संघ, चाईबासा की ओर से 30 जून को स्थापना दिवस मनाने को लेकर चर्चा की गई। बैठक को संबोधित करते हुए अनिल लकड़ा ने कहा कि स्थापना दिवस में समाज के उनलोगों को भी सम्मानित किया जाएगा। जो धार्मिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक परम्परा के अंतर्गत कुछ ऐसी विशेष परम्परा है। जिसे सीखने की अति आवश्यकता है, जैसे-कंडसा बनाना, डंडा कटना, ऊतूर आदि, इस तरह के परम्परा के जानकार व्यक्ति को उरांव समाज सम्मानित करेगी। आने वाले समय में इस विशेष परम्परा का कार्यशाला आयोजित कर, नवयुवकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। ताकि पीढ़ी दर पीढ़ी इस परम्परा को सीखे, साथ ही स्थापना दिवस मनाने का मुख्य उदेश्य बताया गया।
उन्होन कहा कि आज से करीब 74 वर्ष पूर्व 30.06.1948 को हमारे समाज के प्रबुद्ध महानुभावों पूर्वजों ने सामाजिक संघठन के प्रति एक बीज बोया था। आपस में मिलजुलकर एक कमिटि एक संस्था को जन्म दिया था। आज हम उन्हीं पूर्वजों के मार्गदर्शन एवं उनके बनाए गए पदचिन्ह को अपना कर चल रहें है। उन पूर्वजों के द्वारा जो भी नियम बनाया गया जैसे सामाजिक, पंचायती, संघठन, सांस्कृतिक, परम्परा, भाषा, शिक्षा, संस्कार को हम मानते हुए भी आज हमारा समाज एकजुटता का परिचय देते आ रहा है। हम उन महानुभावों को सादर प्रणाम करते है एवं श्रद्धांजलि अर्पित करते है जिन्होंने आज हमें हर क्षेत्र में आगे बढ़ने का मौका दिया। आज हम उन्हीं के बनाए गए मार्गदर्शन को मानते हुए प्रत्येक वर्ष 30 जून को स्थापना दिवस मनाते है। इस अवसर पर समाज के मैट्रिक,इंटर छात्र-छात्राओं एवं समाज के द्वारा रक्तदान समूह के रक्तदान करने वाले प्रत्येक यूवा और समाज के हर क्षेत्र में अच्छा कार्य कर रहें हो उन सभी लोगों को सम्मानित किया जाएगा। इस अवसर पर मुख्य रूप से नपा कार्यकारी अध्यक्ष डोमा मिंज, सहदेव किस्पोट्टा, बाबूलाल बरहा, दुर्गा खलखो, लालू कुजूर, मंगल खलखो, भगवान दास तिर्की, दिलीप बरहा, महाबीर बरहा, संजय नीमा, सुबीर लकड़ा, मोहन बरहा, पन्नालाल कच्छप, पंकज खलखो, दुर्गा कुजूर, राजेन्द्र कच्छप, छेदु मिंज, शम्भू कच्छप, नरेश कुजूर, भीम बरहा, गामा बरहा, तेजो कच्छप, भोला कुजूर, सोमरा बाड़ा, महाबीर कच्छप, सावित्री कच्छप आदि उपस्थित थे।