Jamshedpur (जमशेदपुर) : शहर में पुलिस की चेकिंग अब लोगों की परेशानी के बाद आक्रोश का कारण बनने लगी है. आवश्यक व अनिवार्य कार्य में जा रहे लोगों को रोककर की जाने वाली चेकिंग का कारण आम लोगों के समझ में नहीं आता.
बुधवार को स्टेशन रोड संकटा सिंह पेट्रोल पंप के पास पति के साथ बाइक पर जा रही महिला पुलिस चेकिंग के दौरान गिरकर घायल हो गई. इसके बाद लोगों ने जमकर हंगामा मचाया. स्थानीय लोगों ने पुलिस पर ”चेकिंग के नाम पर जाम” लगाने का आरोप लगाया और सड़क को एक घंटे तक जाम रखा. इस दौरान बिष्टुपुर-बर्मामाइंस की ओर से आने वाले लोग और गोलपहाड़ी की ओर से आने वाली सड़क पर दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई.
लोगों का कहना था कि महिला गर्भवती थी. वह पति के साथ परसुडीह सदर अस्पताल जा रही थी. इसी दौरान पुलिस ने चेकिंग के नाम पर उन्हें रोक लिया. महिला को चक्कर आया और वह बाइक से गिर पड़ी. यह देखकर लोगों का आक्रोश भड़क गया और सड़क जाम कर दिया. लोगों का कहना था कि ट्रैफिक पुलिस को वाहनों के जाम से कोई मतलब नहीं होता. वह चेकिंग के नाम पर जाम लगाती है.
इसे ”चेकिंग जाम” कहना सही होगा. स्टेशन रोड में हंगामा की सूचना पाकर बागबेड़ा थाना, जुगसलाई थाना और जुगसलाई यातायात थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे. तीनों प्रभारियों ने लगोां केा समझाया और जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया. इसके बाद लोग रोड से हटे और जाम खत्म हुआ. हालांकि घटना को लेकर लोगों में ट्रैफिक पुलिस के प्रति गहरा आक्रोश है.
एसएसपी-ट्रैफिक डीएसपी के आदेश बेमानी
हंगामा के बीच लोगों ने चेकिंग के नाम पर लोगों को परेशान करने का आरोप लगाया. लोगों कहना था कि एक ओर सड़क पर जहां तहां जाम लगा रहा है लेकिन वहां ट्रैफिक पुलिस के जवान नजर नहीं आते. स्टेशन बर्मामाइंस पुल की ओर से तो जाम के बीच पुलिस चेकिंग में व्यस्त रहती है. ट्रैफिक पुलिस की प्राथमिकता लोगों को जाम से निजाद दिलाने से अधिक वाहन चालकों को पकड़ने में होती है. जिससे सरकार और उनका दोनों का फायदा होता है. ऐसे में एसएसपी और ट्रैफिक डीएसपी बार-बार दिखाने का आदेश जारी करते है लेकिन उनका पालन कहीं होता दिखायी नहीं पड़ता.