Chaibasa : पश्चिमी सिंहभूम जिले के किरीबुरू थाना क्षेत्र की 17 साल की एक नाबालिग लड़की का शाहबाज़ आलम उर्फ मंसूरी नामक युवक ने अपहरण करने का आरोप लगा है. जिसे लेकर नाबालिग के पिता ने किरीबुरू थाना में मामला दर्ज करवाया है. जिसके बाद पुलिस जगह जगह छापेमारी कर रही है.
इस संबंध में पीड़ित के पिता का कहना है की उसकी बेटी 23 जून शुक्रवार को शाम 6 बजे घर के बाहर आस पास घुमने निकली थी. जिसके बाद से वह घर नहीं लौटी. 24 जून शनिवार की सुबह उसकी बेटी के फोन नंबर से शाहबाज़ आलम ने फोन किया था और कहा कि उसकी बेटी उसके कब्जे में है. बेटी की सलामती चाहता है तो उसे दो लाख रूपये दे दे. पुलिस को सूचना देने पर बुरा अंजाम भुगतने की धमकी भी शाहबाज़ ने दिया है. इस मामले की पीड़िता के पिता ने लिखित शिकायत किरीबुरू थाना को दी है. पुलिस पूरे मामले की जनश पड़ताल कर रही है. इसके साथ ही अपहरण की गयी लड़की और आरोपी शाहबाज़ की तलाश में जगह जगह छापामारी कर रही है.
इधर जानकार सूत्र का कहना है कि युवक उसे अपने प्यार के जाल में फंसाया और धोखे से उसे ले जाकर अपहरण कर लिया. जिसे स्थानीय लोग लव जिहाद मान रहे हैं. बताया जा रहा है की आरोपी शाहबाज़ आलम मंसूरी पर किरीबुरू थाना में कई मामले दर्ज हैं. यही नहीं हिन्दू लड़कियों के साथ गलत करने के मामले में वह कई बार पीआर बांड भरकर किरीबुरू थाना से ही छुट गया था.
जानकारी मिली है कि आरोपी शहबाज़ आलम मंसूरी सेल किरीबुरू खदान में सप्लाई मजदुर के रूप में काम किया करता है. इसके साथ ही सरकारी लाइसेंसी शराब दुकान में सुरक्षाकर्मी के पद पर भी काम किया करता था. किरीबुरू सेल और सरकारी लाइसेंसी शराब दुकान दोनों जगहों पर काम करने के लिए पहले आचरण पत्र दिखाना अनिवार्य है. लेकिन आपराधिक मामले दर्ज होने के बाद भी शाहबाज को दोनों जगह काम पर कैसे रखा गया जैसे कई सवाल लोग पूछ रहे हैं.
बहरहाल हिंदू नाबालिग लड़की के अपहरण के मामले में शाहबाज़ आलम का नाम आने से स्थानीय लोगों में आक्रोश व्याप्त है. इस मामले में पुलिस से आरोपी पर सख्त कानूनी कार्रवाई करने की मांग कर रही है.
पश्चिमी सिंहभूम जिला भाजपा जिलाध्यक्ष सतीश पुरी ने कहा कि पुलिस 48 घंटा में आरोपी को गिरफ्तार नहीं करती है तो भाजपा जबरदस्त आंदोलन करेगी. उन्होंने कहा कि यह पूरा मामला लव जिहाद से जुड़ा हुआ है. पुलिस इस मामले को गंभीरता से लें. उन्होंने कहा कि आरोपी पूर्व के दिनों में भी लड़की के साथ छेड़छाड़ करने के आरोप लगते रहे हैं. लेकिन हमेशा पुलिस करवाई करने के बजाय उसे थाना से छोड़ दिया करती थी. जिस कारण आरोपी का मनोबल ऊंचा होता चला गया. उन्होंने पुलिस से पीड़ित परिवार को सुरक्षा देने को कहा है, ताकि परिवार के किसी भी सदस्य किसी भी प्रकार का कोई दबाव नहीं बना सके.