Chaibasa:- पोस्टल ज्वाइंट काउंसिल ऑफ एक्शन के बैनर तले झारखंड सर्किल के पोस्ट ऑफिस कर्मचारी एक दिवसीय हड़ताल पर रहे. केंद्र सरकार के ‘निगमीकरण’ और डाक सेवाओं के निजीकरण के कदम के खिलाफ देश के भारतीय डाक के पूरे डाक कर्मियों ने एक दिवसीय सांकेतिक हड़ताल किया है. हड़ताल का आह्वान पोस्टल ज्वाइंट काउंसिल ऑफ एक्शन (पीजेसीए) ने किया है, जो ग्रामीण डाक सेवकों (जीडीएस) सहित देश के डाक कर्मचारियों का प्रतिनिधित्व करने वाले महासंघों का गठबंधन है.
डाक विभाग को निजी करण किए जाने के साजिश का के खिलाफ चाईबासा मुख्य डाकघर परिसर में डाक कर्मियों ने प्रदर्शन किया. कर्मचारी पुरानी पेंशन स्कीम लागू करने के साथ-साथ डाक विभाग को इंडियन पोस्टल बैंक प्राइवेट लिमिटेड को दिए जाने का विरोध कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि अगर सरकार उनकी मांगों पर संज्ञान नहीं लिया गया तो अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने को मजबूर होंगे.
एसोसिएशन के सदस्य ने कहा कि विभाग व सरकार डाकघर की सभी छोटी बचत योजनाओं को इंडियन पोस्ट पेमेंट बैंक लिमिटेड को सौंपने जा रही है. 1 अक्टूबर 2018 को स्थापित हुए इस बैंक का घाटा बढ़कर 31 मार्च 2021 की बैलेंस शीट रिपोर्ट के अनुसार 821 करोड़ हो गया है. उन्होंने बताया कि शुरुआत में बैंक ने 4 प्रतिशत ब्याज दर दी, लेकिन अब घटकर 1 लाख पर 2 प्रतिशत तथा 2 लाख तक की रकम पर 2.25 प्रतिशत दी जा रही है. वर्तमान में छोटी बचत योजनाओं के देशभर से लगभग 30 करोड़ ग्राहक व जनता का 10 लाख करोड़ रुपए इन स्कीमों में जमा है, लेकिन सरकार जनता के साथ विश्वासघात कर रही है.