Close Menu
    Facebook X (Twitter) Instagram
    The News24 LiveThe News24 Live
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Subscribe
    • Home
    • State
      • Bihar
      • Jharkhand
      • Orissa
    • Local
      • Chaibasa
      • Chakradharpur
      • Jagnnathpur
      • Jamshedpur
      • Kharswan
      • Novamundi
      • Seraikela-Kharsawan
      • Adityapur
      • Chandil
    • India
    • Business
    • Election
    • Entertainment
    • Politics
    • Sports
    • Special Report
    The News24 LiveThe News24 Live
    Home»#Local»Chaibasa»गांवों में माघे पर्व की तैयारी जोरों पर, फरवरी व मार्च में होता है अधिकत्तर गांवों में माघे पर्व
    Chaibasa

    गांवों में माघे पर्व की तैयारी जोरों पर, फरवरी व मार्च में होता है अधिकत्तर गांवों में माघे पर्व

    By The News24 Live11/02/2025Updated:11/02/2025No Comments2 Mins Read
    Share Facebook Twitter WhatsApp Pinterest LinkedIn Tumblr Email Telegram Threads
    Share
    Facebook Twitter LinkedIn Pinterest Email Telegram WhatsApp Threads

    Chaibasa (चाईबासा) : कोल्हान के अधिकत्तर हो आदिवासी बहुल गांवों में माघे पर्व की तैयारी शुरू हो गयी है. आमतौर पर फरवरी तथा मार्च महीने में सर्वाधिक गांवों माघे पर्व मनाया जाता है. इसके लिये तिथि ग्रामीण आपसी विचार विमर्श कर तय करते हैं. बहरहाल, गांवों में लोग अपने मिट्टी के घरों की लीपाई तथा रंगरोगन के कार्य में जुट गये हैं.

    माघे पर्व की तैयारी में जुटी महिलाएं

    साथ ही घर के छप्पर की मरम्मत व आंगन की लीपाई का काम भी चालू है. वहीं कई गांवों में सामाजिक सहभागिता निभाते हुए ग्रामीण पूजा स्थल देशाऊली की श्रमदान से साफ-सफाई करने में लग गये हैं. पारंपरिक खेलकूद मैदान तथा सामूहिक नृत्य अखाड़ों को दुरूस्त किया जा रहा है. माघे पर्व के तीसरे दिन हारमागेया पर्व के मौके पर वार्षिक खेलकूद भी आयोजित किये जाने की पुरानी परंपरा है. वहीं मादर व नगाड़ों की मरम्मत कराने की होड़ भी शुरू है.

    इसे भी पढ़ें : चाईबासा : आदिवासी स्वशासन एकता मंच का हुआ विस्तार, कमेटी में 8 पदाधिकारी तथा 12 सदस्य हुए मनोनीत


    पहाड़ी की तलहटी में बसे गांवों में जंगल जाकर जलावन लकड़ी लाने की परंपरा का निर्वहन भी हो रहा है जिसमें महिला व पुरूष उत्साहपूर्वक भाग ले रहे हैं. माघे पर्व को नजदीक आते देख ग्रामीण हाट-बाजारों की खरीददारी में वृद्धि देखी जा रही है. विशेषकर कपड़े, हांडी, सूप, पत्तल, बर्तन, रानू समेत मांदर व नगाड़े आदि की मांग भी तेज हो गयी है. खस्सी, बत्तख तथा पूजा के काम आनेवाले देशी मुर्गे की मांग तो आसमान पर है. ज्ञात हो कि माघे पर्व आदिवासी हो समुदाय का सबसे बड़ा पर्व होता है. इसके नजदीक आते ही गांवों में त्योहार का उत्साह छा जाता है.

    माघे पर्व की तैयारी करती महिलाएं

    चूंकि हो समुदाय प्रकृति पूजक होते हैं. इसलिये इस त्योहार में वे अपने इष्ट देवों यानी प्रकृति की शक्तियों की पूजा करते हैं और उसके प्रति आभार जताते हैं.

    इसे भी पढ़ें : http://Tribute To Brave Martyrs : आदिवासी “हो” समाज महासभा परिवार की ओर से वीर शहीदों को श्रद्धांजलि

    #आदिवासी chaibasa chaibasa news आदिवासी हो समाज युवा महासभा त्रिदिवसीय युवा सह जनजातीय खेल महोत्सव का हुआ समापन चाईबासा चाईबासा न्यूज माघे पर्व
    Share. Facebook Twitter Telegram WhatsApp Threads Copy Link
    The News24 Live
    • Website

    Journalist

    Related Posts

    Adityapur Nisha Upadhyay Bhajan: एमआईजी मैदान में निशा उपाध्याय और कृष्णमूर्ति के भजनों पर झूमे श्रद्धालु, काली पूजा भजन संध्या में भोजपुरी गायिका निशा उपाध्याय ने भक्ति रस में डुबोया

    22/10/2025

    संयुक्त यूनियन, जनप्रतिनिधि व ग्रामीण हुए गोलबंद, गुवा सेल प्रबंधन के खिलाफ खोला मोर्चा

    22/10/2025

    सागुन सोहराई पर्व पर सांसद जोबा माझी ने बनाई रंगगोली, जताया संस्कृति से जुड़ाव

    22/10/2025
    © 2025 ThemeSphere. Designed by ThemeSphere.

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.