Chaibasa (चाईबासा) : सूरजमल जैन डीएवी पब्लिक स्कूल में आयोजित विशेष प्रार्थना सभा में कवि गुरु रवीन्द्र नाथ टैगोर की जयंती हर्षोल्लास के साथ मनाई गई. इस अवसर पर कवि गुरु के चित्र पर शिक्षक- शिक्षिकाओं व छात्र-छात्राओं द्वारा पुष्पांजलि अर्पित की गई.
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प्रभारी प्राचार्य चंद्रशेखर ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि वे एक प्रसिद्ध साहित्यकार, नोबेल पुरस्कार विजेता, दार्शनिक, संगीतकार और कुशल कलाकार थे. अपनी अद्भुत कविताओं के लिए गुरुदेव पूरी दुनिया में जाने जाते हैं. उनकी रचनाएं हमें जीने की कला सिखाती हैं. हमें उनकी रचनाओं से प्रेरणा लेनी चाहिए. उनके द्वारा रचित प्रसिद्ध गीत ‘एकला चलो रे’ में आत्मनिर्भर भारत की झलक है. शिक्षिका श्वेता सिन्हा ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि गुरुदेव ने भारतीय संस्कृति को पश्चिमी दुनिया में पेश करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. टैगोर जी कला और संस्कृति के बहुत बड़े प्रशंसक थे.

इस अवसर पर विद्यालय में आयोजित संगीत प्रतियोगिता (वोकल वोएज) के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया. कक्षा तीसरी के छात्र शुभम सामंत ने ‘एकला चलो रे’ शीर्षक गीत प्रस्तुत कर सबका मन मोह लिया. संगीत शिक्षक के मार्गदर्शन में समूह गीत प्रस्तुत किया गया. इस अवसर पर जिन बच्चों ने वर्ष भर प्रार्थना सभा के संचालन में अपना योगदान दिया उन्हें भी पुरस्कृत किया गया. मंच संचालन छात्रा ईशानी कुंडू ने किया.
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