Jamshedpur (जमशेदपुर) : जिले में पर्यटन विकास को गति देने के उद्देश्य से समाहरणालय सभागार में जिला पर्यटन संवर्धन परिषद (DTPC) की बैठक उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में विधायक बहरागोड़ा समीर मोहंती, विधायक पोटका संजीव सरदार, डीएफओ सबा आलम अंसारी, डीडीसी नागेंद्र पासवान, पर्यटन पदाधिकारी रूपा रानी तिर्की सहित संबंधित विभागों के अधिकारी एवं समिति सदस्य उपस्थित रहे।

बैठक में जिले के पर्यटन स्थलों के विकास और आकर्षण बढ़ाने से जुड़ी कई योजनाओं पर विस्तार से चर्चा हुई। इसमें घाटशिला प्रखंड के धर्मबहाल क्लस्टर चेंगजोड़ा को ‘हेरिटेज विलेज’ (श्रेणी-D) के रूप में अधिसूचित करने का निर्णय लिया गया। साथ ही प्रमुख पर्यटन स्थलों पर साइनेज बोर्ड लगाने का भी प्रस्ताव रखा गया ताकि पर्यटकों को सुविधाजनक मार्गदर्शन मिल सके।
विधायक पोटका संजीव सरदार के पत्र के आलोक में हरीणा मंदिर और माँ रंकीणी मंदिर को श्रेणी-C से बढ़ाकर श्रेणी-B में शामिल करने पर भी विचार किया गया। इसके अतिरिक्त रंकीणी सिद्धपीठ परिसर के सौंदर्यीकरण, मंदिर परिसर के प्लाइओवर स्तंभों पर आदिवासी नक्काशी और पेंटिंग कार्य करने का प्रस्ताव भी रखा गया।
बैठक में बुरूडीह डैम और छोटा बांकी डैम तक पहुंच मार्ग निर्माण, पोटका के पहाड़ भांगा और कालेश्वर मंदिर के सौंदर्यीकरण, तथा बुरूडीह डैम, डिमना लेक और छोटा बांकी डैम में बोटिंग और वॉटर स्पोर्ट्स जैसी गतिविधियों को प्रोत्साहित करने पर चर्चा की गई।
पर्यटक स्थलों के सुनियोजित रखरखाव और संचालन के लिए पर्यटन प्रबंधन समिति गठित करने का भी प्रस्ताव सामने आया। बैठक के अंत में उपायुक्त ने कहा कि जिले के प्राकृतिक और सांस्कृतिक स्थलों को विकसित कर झारखंड के पर्यटन मानचित्र पर पूर्वी सिंहभूम की पहचान मजबूत की जाएगी।
http://सारंडा वन अभ्यारण्य: जल, जंगल और जमीन – किसके अधिकार में? – बिर सिंह बिरुली