Chaibasa :- पश्चिमी सिंहभूम स्थित चाईबासा पुलिस केंद्र में पुलिस संस्मरण दिवस मनाया गया. इस दौरान सुरक्षा में जान गंवाने वाले झारखंड के वीर सपूतों को श्रद्धांजलि अर्पित दी गई. कोल्हान डीआईजी अजय लिंडा एवं चाईबासा पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर ने आंतरिक सुरक्षा में जान गंवाने वाले पश्चिमी सिंहभूम जिले समेत पूरे देश के वीर सपूतों को श्रद्धांजलि दी. संस्मरण दिवस के इस मौके पर कई पुलिस पदाधिकारियों ने भी वीर शहीदों को श्रद्धांजलि दी. साथ ही साथ उनके किए गए कार्यों को याद किया.
दरअसल, 21 अक्टूबर 1959 को भारतीय पुलिस कर्मियों के एक समूह पर चीनी सैनिकों द्वारा घात लगाकर हमला किया गया था. जिसमें 20 भारतीय पुलिसकर्मी शहीद हुए थे और 7 पुलिसकर्मी घायल हुए. जिन्हें चीनी सैनिकों द्वारा बंदी बना लिया गया था. शहीदों के शव को 3 सप्ताह के पश्चात भारत को वापस किया गया. उन्हें उत्तरी पूर्वी लद्दाख में हॉट स्प्रिंग्स नामक स्थान पर ससम्मान अंतिम विदाई दी गई थी. उन सैनिकों के सम्मान में प्रत्येक वर्ष 1960 से 21 अक्टूबर को संस्मरण दिवस मनाया जाता है.
कोल्हान डीआईजी अजय लिंडा ने कहा कि जवानों और अन्य पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि हमें अपना कर्तव्य हर कीमत पर निभाना है. हमारा पहला दायित्व है कि हम आंतरिक सुरक्षा में अपनी पूरी सहभागिता दें.
एसपी आशुतोष शेखर ने कहा कि संस्मरण दिवस पर शहीदों के परिजनों को बुलाकर उन्हें सम्मानित किया गया. इसी वर्ष गगतन घटित हुई थी जिसमे पश्चिमी सिंहभूम जिले के दो जवान शहीद हुए थे. उनके परिजनों को भी बुलाकर सम्मानित किया गया. इसके साथ ही हमारा प्रयास रहता है कि पुलिस परिवार को किसी भी प्रकार की अगर समस्या हो तो हम उसे त्वरित निदान करने का प्रयास करते हैं. आज के इस संस्मरण दिवस में 8 पुलिस के परिवार को सम्मानित किया गया.
इस दौरान पुलिस केंद्र में राष्ट्रीय ध्वज समेत झारखंड पुलिस का ध्वज भी झुकाया गया. 2 मिनट का पुलिस पदाधिकारियों ने मौन रखकर शहीदों को नमन किया.