सरायकेला: ज़िले के स्थानीय राजकिय छऊ कलाकेंद्र प्रांगण में चैत्र पर्व का उदघाटन सरकार के आदिवासी कल्याण सह परिवहन मंत्री चम्पई सोरेन ने किया.मौके पर संबोधित करते हुए मंत्री सोरेन ने कहा कि राज्य सरकार ने सरायकेला को सांस्कृतिक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया है,ताकि संस्कृति अक्षुण रहे और वर्ष भर यहां पर्यटक आएं और छऊ का अधिक से अधिक विकसित हो सके.
मंत्री ने कहा कि छऊ के कारण सरायकेला की पहचान विदेशों तक है कार्यक्रम को विशिष्ठ अतिथि के रूप में उपस्थित डीसी अरवा राजकमल ने कहा कि सरायकेला कोरोना के कारण बड़े पैमाने पर छऊ महोत्सव नही हो पाया था,इस बार भव्य तरीके से आयोजित किया जा रहा है,चैत्र पर्व के सभी धार्मिक पहलुओं को ध्यान रखा गया है.ग्रामीण क्षेत्र के प्रतिभावन कलाकारों को मंच देने का कार्य कर रहे हैं. डीसी ने छऊ के विकास में सभी की भागीदारी सुनिश्चीत करने की बात कही व राजकीय छऊ कला केंद्र के सभी पदों को भरने के लिए राज्य सरकार को जिला प्रसाशन प्रस्ताव भेजने का कार्य कर रही है.कार्यक्रम का उदघाटन दीप प्रज्वलित कर किया गया.
ये रहे मौजूद
मौके पर मंच में ईचागढ़ विधायक साबिता महतो, जिला परिषद अध्यक्ष सोनाराम बोदरा,उपाध्यक्ष मधुश्री महतो,बीस सूत्री उपाध्यक्ष डॉ शिवेंदु महतो, सांसद प्रतिनिधि राज बागची,एसपी आनंद प्रकाश,डीडीसी प्रवीण कुमार गागराई,आइटीडीए निदेशक तपन पट्टनायक, एडीसी सुबोध कुमार,एसडीओ रामकृष्ण कुमार,सरायकेला बीडीओ मृत्युंजय कुमार,गुरु तपन पट्टनायक,डीटीओ दिनेश रंजन,विधायक प्रतिनिधि सनद कुमार आचार्य सहित कई उपस्थित थे.