Chaibasa :– जिला स्कूल ओवर ब्रीज के नीचे मजदूरों के बीच पम्पलेट बांटते हुए आगामी 3 नवंबर को जिला परिषद अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद को लेकर अविश्वास प्रस्तावों में पद को बचाने और गिराने के लिए वोटिंग में प्रमुख और जिला परिषद सदस्य में हो रहें खरीद बिक्री को लेकर सभा किया गया.
वोट बेचते आ रहे हैं लोग
इस दौरान जॉन मिरन मुंडा ने कहा कि आजादि के 77 साल मे भी हमारा जिला का विकास नहीं हुआ. इसका कारण है की वोटर का वोट का खरीद बिक्री होना. आम जनता हंडिया दारू में और नेता लाखों करोड़ों में वोट को बेचते हुए आ रहें हैं. हमारा जिला देश दुनिया का सबसे ज्यादा धनी होने के बावजूद सबसे गरीब लोग रहते हैं.
5 किलो अनाज के लिए लड़ रहे हैं लड़ाई
5 किलो अनाज के लिए डीलर से लड़ाई लड़ रहें हैं. पिछले एक साल से जिला परिषद मे हमलोग जीतकर आम लोंगो को पीने का पानी नहीं दिला पा रहें हैं. वर्तमान मे जो जिला परिषद सदस्य हैं वो विकास का कोई काम नहीं कर रहें हैं. इसलिए इसको हटाने के लिए अविश्वास पर बहुमत वोट चाहिए. लेकिन देखने को मिल रहा है की कुछ प्रमुख, जिला परिषद अपने को पैसो से सौदा कर रहें हैं जो काफी दुर्भाग्य पूर्ण है. हम सभी आदिवासी वोट के खरीद बिक्री को नहीं समझेंगे, तो कभी विकास नहीं कर पाएंगे.
मजदूर गांव गांव में जाकर करें विरोध
जॉन मिरन मुंडा ने कहा कि आप सभी मजदूर गाँव गाँव मे जाकर इसका विरोध करें. जो प्रमुख और जिला परिषद अपने को बेचकर गलत आदमी को बचाने या जिताने का काम करेंगे उसका विरोध करना चाहिए.
जेएमएम पार्टी आदिवासी हितैषी होने का झूठा दिखावा
जेएमएम पार्टी आदिवासी हितैसी होने का झूठा दिखावा करती है. अगर वैसा होता तो मनोहरपुर से एमपी का आदमी को जिला परिषद का उपाध्यक्ष नहीं बनाता. आज तक जेएमएम सरकार मे आदिवासियों का कोई भला नहीं हुआ है.