Chaibasa (चाईबासा) : झारखंड राज्य के पाकुड़ जिले के महेशपुर स्थान में आदिवासी छात्रावास में बर्बरता पूर्ण पुलिस प्रशासन के द्वारा हुए मारपीट के विरोध में छात्र संघ ने पोस्ट ऑफिस चौक में कैंडल मार्च निकालकर हेमंत सरकार के विरोध में नारेबाजी की एवं झारखंड सरकार से हो रहे आदिवासी छात्र के साथ में मारपीट के विरोध में न्याय प्रक्रिया के माध्यम से उच्च स्तरीय जांच की मांग की.
इसे भी पढ़ें : कोल्हान विश्वविद्यालय में यूजी नामांकन के लिए CUET प्रक्रिया से ना जोड़ा जाए :- छात्र संघ
वर्तमान सरकार जब झारखंड हित में छात्रों के साथ खड़ी नहीं हो पा रही है तब इस परिस्थिति में जब खुद आदिवासी मुख्यमंत्री रहते आदिवासी छात्रों के साथ प्रवक्तापूर्ण मारपीट हो रहे हैं तब सरकार को संज्ञान लेना चाहिए. ज्ञात हो की पाकुड़ के आदिवासी छात्रावास में रात के 1 बजे में जाकर पुलिस प्रशासन द्वारा छात्रों के ऊपर बर्बरता पूर्ण मारपीट करना काफी निंदनीय है और इसका हम सभी घोर निंदा करते हैं.
वर्तमान में जब झारखंड सरकार नौकरी देने की बात कर रही है तो 28 सीटों में 17 नियुक्ति बाहर के राज्यों को प्रेषित कर रही है तो इस परिस्थिति में झारखंड का स्थानीय नीति नहीं होना काफी निंदनीय एवं दुर्भाग्यपूर्ण है.
कैंडल मार्च कार्यक्रम में कोल्हन विश्वविद्यालय छात्रसंघ पूर्व सचिव सुबोध महाकुड़, टाटा कॉलेज छात्र संघ पूर्व सचिव पिपून बारिक, मधुसूदन तिरिया, कृष्ण पान, दीपक महतो, नरेश फ्लोरेंस, प्रशांत तांती, कर्मवीर सैंडल, अमरेश ग्रुप विनोद सोए को रविंद्र गोप, सुशील गागराई आदि मौजूद थे.
http://महिला कॉलेज की कुछ शिक्षिकाएं कर रही हैं शैक्षणिक माहौल खराब – छात्र संघ