Adityapur: स्क्रैप कारोबार में वर्चस्व को लेकर आदित्यपुर में एकबार फिर खूनी संघर्ष देखने को मिला। जिले में नये पुलिस अधीक्षक के योगदान देने के बाद स्क्रैप कारोबारियों के धंधे पर लगाम लग चुका है। वहीं स्क्रैप धंधेबाजों से पुलिस के वरीय अधिकारियों से सांठ-गांठ करवानेवाले एक आरक्षी ओमप्रकाश सिंह को एसपी मुकेश लुणायत के निर्देश पर निंलबित कर दिया गया था। अब इस मामले को लेकर स्क्रैप कारोबारियों में दो फाड़ हो चुका है।
जानकारी के अनुसार अभिषेक जयसवाल नामक स्क्रैप कारोबारी ने सरायकेला एसपी ऑफिस में तैनात ओमप्रकाश सिंह नामक सिपाही की एक स्क्रैप कारोबारी से बातचीत का ऑडियो वायरल किया था। जिसमें वर्तमान पुलिस अधीक्षक के योगदान देने के पूर्व के अधिकारियों से लाईजनिंग कराने की बात किसी से फोन पर बातचीत के स्वीकारी थी। इसका ऑडियों कुछ सोशल प्लेटफार्म पर अभिषेक जयसवाल द्वारा वायरल कर दिया गया था। जिसके बाद से स्क्रैप कारोबारियों के निशाने पर अभिषेक था। बुधवार को वह घोड़ाबाबा के पास स्थित अपने भाई के स्क्रैप गोदाम गया हुआ था। इसी क्रम में बागबेड़ा का रहनेवाला करण सिंह तथा कदमा शास्त्री नगर का रहनेवाला अमित सिंह के साथ 15 से 20 लोग आये और अभिषेक जयसवाल पर लाठी डंडे से ताबड़तोड़ हमला कर दिया।मारपीट कर अभिषेक को जबरन स्कॉर्पियो में भी बैठाने का प्रयास किया था। लेकिन लोगो की सूचना पर पुलिस पहुंची और अमित सिंह को पकड़ लिया। इधर पुलिस घायल अभिषेक के बयान पर प्राथमिकी दर्ज कर उसे इलाज के लिए अस्पताल भेजा है। वहीं हिरासत में लिए गये अमित से पुछताछ की जा रही है।
चांडिल हड्डी गोदाम के पीछे बड़ा अवैध टाल का संचालन करता है आरोपी
करण सिंह और अमित सिंह दोनो चांडिल के हड्डी गोदाम के पीछे अवैध टॉल संचालित करता है। एसपी ऑफिस में कार्यरत ओमप्रकाश सिंह के निलंबित हो जाने के बाद वर्तमान में जिला पुलिस से इन अवैध टॉल संचालकों का लाईजनिंग नहीं हो पा रहा है। इससे अमित सिंह और करण सिंह दोनो नाराज थे। बताया जा रहा है कि नये पुलिस अधीक्षक के जिला में योगदान देने के बाद से अवैध स्क्रैप के धंधे बंद है, स्क्रैप कारोबारी इसकी वजह अभिषेक द्वारा वायरल ऑडियों और ओमप्रकाश सिंह पर हुआ कार्रवाई को वजह मान रहे है। इसी के बाद अवैध स्क्रैप माफिया के निशाने पर अभिषेक था।