आकर्षक सजावट के बीच खुला दुर्गा पंडाल, उद्घाटन पर उमड़े हजारों भक्त
आदित्यपुर: श्री श्री दुर्गा पूजा कमिटी, प्रवीण सेवा संस्थान द्वारा एम टाईप मैदान, आदित्यपुर में बनवाए गए भव्य और आकर्षक पूजा पंडाल को महाचतुर्थी की देर शाम को दर्शकों के लिए खोल दिया गया.जिसके बाद पूजा पंडाल को देखने के लिए दर्शकों की भीड़ उमड़ पड़ी.

दर्शकों की भारी भीड़ को नियंत्रित करने में काफी पूजा कमिटी के लोगो को काफी मशक्कत का सामना करना पड़ा. इससे पूर्व पूजा पंडाल का उदघाटन सांसद जोबा मांझी ने फीता काट कर किया. मौके पर जुगसलाई के विधायक मंगल कालिंदी और खरसावां के विधायक दशरथ गगराई भी अतिथि के रुप में उपस्थित थे. उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए सांसद ने कहा कि नारी सिर्फ मातृत्व ही नहीं है बल्कि नेतृत्व की प्रेरणा भी देती है. आज महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है. उन्होंने कहा कि दूसरी बार इस पूजा पंडाल में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचने का मौका मिला है. कहा कि इसके पहले मैं विधायक थी और आज सांसद हूं. यह सब माता रानी का आर्शीवाद है. मलखान सिंह को बड़े भाई की संज्ञा देते हुए कहा कि उनसे बराबर सहयोग मिलता रहता है. दुर्गा पूजा पर माता रानी की कृपा सभी लोगों पर बनी रहे. वही भव्य पंडाल एवं आकर्षण मूर्ति कला ,सज्जो सजावट की भरपूर प्रशंसा करते हुए सांसद ने कहा कि कारीगरों ने बेजोड़ नमूना पेश किया है जिसकी जितनी भी तारीफ की जाए वह कम पड़ेगी.


शौर्य और साहस का प्रतीक है पूजा पंडाल:अरविंद सिंह
इस मौके पर पूर्व विधायक सह प्रवीण सेवा संस्थान के संरक्षक अरविंद सिंह ने कहा कि यह पंडाल इस बार शौर्य और संघर्ष का प्रतीक है. पंडाल उदयपुर के किला के गौरवशाली इतिहास को दर्शा रहा है, जिससे हमें प्रेरणा मिलती है।पूर्व विधायक अरविंद सिंह ने पूजा पंडाल घूमने वाले तमाम श्रद्धालुओं से अपील किया है कि वे शांतिपूर्ण माहौल में नियमों को पालन करते हुए पंडाल एवं मां दुर्गा की प्रतिमा का दर्शन करें।


दर्शकों को लुभा रहा है राजस्थान के उदयपुर का किला
इस बार यहां उदयपुर (राजस्थान) के राजमहल और वहां के ग्रामीण परिवेश की आकृति के भव्य और आकर्षक पूजा पंडाल का निर्माण कराया गया है, जो कि दर्शकों को स्वतः अपनी ओर आकर्षित करेगा. पूजा पंडाल की ऊंचाई लगभग 70 फीट है. पूजा पंडाल का निर्माण मेचेदा, बंगाल के पार्वती डेकोरेटर के अशोक कुमार डे की देखरेख में कुल 60 कारीगरों की टीम के द्वारा किया गया है. बताया जाता है कि मेवाड़ के प्रतापी महाराणा उदय सिंह द्वारा लगभग 400 वर्ष पूर्व उदयपुर (राजस्थान) के इस राजमहल का निर्माण कराया गया था, जिसे उन्होंने एक संत के कहने पर बनवाया था. और मेवाड़ के महाराणाओं के समय इस राजमहल का खूब विकास हुआ. बताया जाता है कि मेवाड़ का राजपरिवार आज भी इस राजमहल में निवास करता है तथा उनके द्वारा सदियों से चली आ रही सभी परंपराओं का आज भी अनुपालन किया जाता है. इस राजमहल को देखने उदयपुर आने वाले पर्यटक इस भव्य राजमहल को देखकर आश्चर्यचकित हो जाते हैं. वहीं, कोलकाता के मूर्तिकारों द्वारा पूजा पंडाल परिसर में मां दुर्गा सहित अन्य देवी-देवताओं की प्रतिमाएं स्थापित की गई है. माँ दुर्गा सहित अन्य देवी-देवताओं की प्रतिमाओं में आगंतुक श्रद्धालुओं को राजस्थानी संस्कृति की झलक और पहनावा देखने को मिल रहा है. वहीं आकर्षक विद्युत साज-सज्जा की व्यवस्था की गई है, जिसकी जिम्मेवारी कोलकाता के बीजू दा लाइट सिस्टम को दी गई है. बीजू दा एंड टीम की मैजिकल विद्युत साज-सज्जा व्यवस्था आम लोगों को अपनी तरफ आकर्षित कर रहा है.
ये रहे मौजद:-
इस अवसर पर पूर्व विधायक अरविंद कुमार सिंह, पूजा कमेटी के अध्यक्ष अंकुर सिंह, सांसद प्रतिनिधि कालीपद सोरेन, झारखंड क्षत्रीय संघ के अध्यक्ष शंभूनाथ सिंह, ऋषि मिश्रा, रविंद्र नाथ चौबे, वीरेन्द्र सिंह, शंकर सिंह, डॉ मृत्युंजय सिंह, राजीव रंजन मुन्ना, धर्मेन्द्र प्रसाद, वरीय कांग्रेस नेता दिवाकर झा, मिथिलेश सिंह, राम पूजन राही, सरयू पासवान, एस के स्वाइन, जगदीश नारायण चौबे, पंकज प्रसाद, मजदूर नेता भगवान सिंह, समरेंद्र नाथ तिवारी, अरुण सिंह, धर्मनाथ शर्मा, बसन्त प्रसाद आदि उपस्थित थे.