Chakradharpur (चक्रधरपुर) : बाल श्रम और मानव तस्करी पर लगाम लगाने के उद्देश्य से चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन पर बुधवार को बाल संरक्षण विभाग की टीम ने संयुक्त अभियान चलाया। इस दौरान टीम ने एक नाबालिग समेत कुल 5 श्रमिकों को रेस्क्यू किया और आंध्र प्रदेश के नेल्लोर जिले के एक मानव तस्कर उदाथा सुकेश (27) को गिरफ्तार किया।
जानकारी के अनुसार, यह कार्रवाई जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी, पश्चिमी सिंहभूम, चाईबासा के निर्देश पर की गई। अभियान का नेतृत्व फोर रूलर एक्शन के कर्रा सोसायटी की जिला समन्वयक चाँदमुनी कालोंडिया ने किया। इस दौरान रेलवे चाइल्ड हेल्पलाइन के मनोज कुमार दास और मिथुन प्रधान, साथ ही आरपीएफ व जीआरपी चक्रधरपुर की टीम ने सहयोग किया।

बिना किसी वैध प्रक्रिया के ले जा रहे थे काम दिलाने
अभियान के दौरान प्लेटफॉर्म नंबर-1 पर संदिग्ध स्थिति में खड़े 6 लोगों को रोककर पूछताछ की गई। पूछताछ में पता चला कि आरोपी उदाथा सुकेश इन श्रमिकों को बिना किसी वैध प्रक्रिया पूरी किए आंध्र प्रदेश के चिल्लाकुर गुडुरु स्थित फैशन बिल्डिंग मटेरियल्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में काम दिलाने ले जा रहा था।
आरोपियों ने किया स्वीकार
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने स्वीकार किया कि वह श्रमिकों को रोजगार और पैसों का लालच देकर बहला-फुसलाकर ले जा रहा था। रेस्क्यू किए गए श्रमिकों में एक 14 वर्षीय बालक के अलावा गोविंद चातर (32 वर्ष), लक्ष्मण चातर (32 वर्ष), साल बाबू लागुरी (18 वर्ष) और सिदीऊ लागुरी (20 वर्ष) शामिल हैं।
बाल श्रम और मानव तस्करी का मामला हुआ स्पष्ट
चक्रधरपुर जीआरपी थाना प्रभारी सुहैल खां ने बताया कि बाल संरक्षण विभाग के निर्देश पर की गई इस कार्रवाई में बाल श्रम और मानव तस्करी का मामला स्पष्ट हुआ। आरोपी के खिलाफ संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर उसे जेल भेज दिया गया है, जबकि सभी रेस्क्यू किए गए श्रमिकों को सुरक्षित स्थान पर भेजा गया है।

