Adityapur::भारत सरकार के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग (एमएसएमई) मंत्रालय की ओर से एमएसएमई प्रदर्शन को बढ़ावा देने और गति देने के लिए चलाए जा रहे रैंप कार्यक्रम के तहत बुधवार को आदित्यपुर ऑटो क्लस्टर में “ग्रीन ऑडिट” पर एक जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम को झारखंड सरकार के उद्योग विभाग और झारखंड औद्योगिक क्षेत्र विकास प्राधिकरण (JIADA) का सहयोग प्राप्त हुआ।


कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य आदित्यपुर क्षेत्र की औद्योगिक इकाइयों को पर्यावरण के अनुकूल औद्योगिक प्रथाओं को अपनाने, प्रदूषण में कमी लाने और नेट ज़ीरो उत्सर्जन के दीर्घकालिक लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रेरित करना था.इस अवसर पर आदित्यपुर लघु उद्योग संघ (एशिया) के अध्यक्ष श्री इंदर अग्रवाल ने औद्योगिक इकाइयों से अपील की कि वे पर्यावरण संरक्षण में अपनी भूमिका निभाते हुए ग्रीन ऑडिट कराएं और एक स्वच्छ, सुरक्षित तथा टिकाऊ औद्योगिक माहौल बनाएं।आदित्यपुर ऑटो क्लस्टर के प्रबंध निदेशक श्री एस.एन. ठाकुर ने औद्योगिक अपशिष्ट प्रबंधन की बढ़ती जरूरत पर जोर देते हुए बताया कि क्लस्टर में खतरनाक और तरल अपशिष्ट उपचार के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं विकसित की गई हैं। उन्होंने कहा कि औद्योगिक विकास और पारिस्थितिक संतुलन में सामंजस्य बेहद जरूरी है।वहीं, JIADA के क्षेत्रीय निदेशक श्री प्रेम रंजन ने ग्रीन ऑडिट की प्रक्रिया और लाभों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि रैंप कार्यक्रम के तहत सरकार प्रति इकाई ₹30,000 तक की वित्तीय सहायता प्रदान करेगी। साथ ही, JIADA द्वारा मान्यता प्राप्त ग्रीन ऑडिट फर्मों की सूची भी उपलब्ध कराई जाएगी ताकि पारदर्शी और प्रभावी ऑडिट हो सके। रांची से आए डॉ. तिवारी के नेतृत्व में तकनीकी सत्र आयोजित हुआ, जिसमें ऑडिट पद्धतियों, अनुपालन उपायों और उद्योगों को सतत विकास लक्ष्यों के अनुरूप रणनीतियां अपनाने पर विस्तार से चर्चा हुई.कार्यक्रम में लघु उद्योग भारती के जिला अध्यक्ष विनोद शर्मा , इसरों अध्यक्ष रूपेश कतरियार, संतोष खेतान, संतोख सिंह, दशरथ उपाध्याय, राजीव रंजन मुन्ना, नीरज मिश्रा, हंसराज जैन, राजेश सिंह, सुधीर सिंह, देवांगचंद गांधी, जियाड़ा रांची से पंकज कुमार, चंदन तिवारी, आदि मौजूद रहे।


