Adityapur: आदित्यपुर नगर निगम के निवर्तमान निर्वाचित कमेटी का कार्यकाल 28 अप्रैल को समाप्त हो गया है. राज्य के अन्य नगर निकायों की तरह आदित्यपुर नगर निगम के भी वार्ड पार्षदों द्वारा सरकार के समक्ष चुनाव नहीं होने तक कार्यकाल यथावत रखने की मांग की गई थी. हालांकि इस बीच आदित्यपुर नगर निगम के मेयर विनोद श्रीवास्तव ने कहा की कार्यकाल समाप्त हो गया है.अब सरकार को जल्द निकाय चुनाव कराने चाहिए ताकि अन्य लोगों को भी मौका मिले. निवर्तमान नगर निगम के कमेटी को आगे भी बनाए रखने के मुद्दे पर इन्होंने असहमति जाहिर की है.
अपने कार्यालय कक्ष में पत्रकारों को संबोधित करते हुए मेयर विनोद श्रीवास्तव ने बताया कि उनके कार्यकाल 2018 से 23 में आदित्यपुर नगर निगम क्षेत्र में विकास के कई महत्वपूर्ण कार्य हुए हैं. जो आने वाले दिनों में मील का पत्थर साबित होगा. उपलब्धियों को गिनाते हुए उन्होंने कहा कि 2008 में पहली बार नगर निगम चुनाव के साथ बोर्ड गठित होने से लेकर अब तक सर्वाधिक कार्य हुए हैं .उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा पूर्व की अपेक्षा फंड भी अधिक उपलब्ध कराए गए जिससे कार्य संपादित हो रहे हैं. उपलब्धियों को गिनाते हुए उन्होंने कहा कि 405 करोड़ के जलापूर्ति योजना की शुरुआत और 275 करोड़ की लागत से महत्वकांक्षी सीवरेज योजना को इनके कार्यकाल में प्रारंभ किया गया जो महत्वपूर्ण उपलब्धि है. इसके अलावा 15 वे वित्त आयोग से नगर निगम में सात प्रमुख और बड़े सड़कों का निर्माण किया गया जिसका लाभ बड़ी आबादी को मिल रहा है.
3.17 करोड़ से शवदाह गृह निर्माण, टाइड ग्रांट फंड से 27 करोड़ 91 लाख 85 हजारों की राशि बड़ी उपलब्धि
उपलब्धियों को गिनाते हुए बिनोद श्रीवास्तव ने बताया कि आदित्यपुर नगर निगम क्षेत्र में पहली बार 3.17 करोड़ की लागत से अत्याधुनिक शवदाह गृह का निर्माण किया गया है, साथ ही टाइड ग्रांट फंड से 27 करोड़ 91 लाख 85 हजारों की राशि नगर निगम को उपलब्ध हुई. जिससे अनेकों महत्वपूर्ण विकास के कार्य को पूरा किया गया है. अमृत योजना के तहत पहली बार आदित्यपुर क्षेत्र में पार्क का निर्माण कराया गया, जिसमें प्रमुख रुप से सुभाष पार्क, प्रभात पार्क ,श्रीडूंगरी पार्क, रिक्शा कॉलोनी पार्क, टिस्को सोसायटी पार्क प्रमुख रूप से शामिल हैं जबकि इसके पूर्व के कार्यकाल में अटल पार्क निर्माण को हरी झंडी मिली थी. साफ -सफाई उपकरण खरीदारी में भी लाखों रुपए खर्च हुए जिसे आधुनिक तरीके से सफाई की जा रही है. हाल में 50 लाख की लागत से संपूर्ण निगम क्षेत्र में स्टील के डस्टबिन स्थापित किए गए. निगम के सभी 35 वार्ड में कम से कम 2 डीप बोरिंग ,50 से भी अधिक हाई मास्ट लाइट लगाए गए. जलापूर्ति के लिए 8 टैंकर लाए गए. पहली बार निगम क्षेत्र के 3 तालाबों का सौदर्यकरण कार्य प्रारंभ किया जा सका है .बताया कि सड़क नाली में भी करोड़ों की राशि खर्च की गई है. कुल मिलाकर इस कार्यकाल में विकास का जो खाका तैयार किया गया है वह मॉडल के रूप में जाना जाएगा.