आदित्यपुर: दस महाविद्या काली स्थान में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी दस महाविद्या काली स्थान में विक्रम संवत 2081 अर्थात हिंदू नव वर्ष की शुरुआत भव्य रूप से बासंतिक दूर्गा पूजा के कलश स्थापना से की जा रही है।
दस महाविद्या काली स्थान के प्रधान आचार्य राजेश कुमार मिश्र प्रतिष्ठित कंपनियों के उच्च पद पर कार्यरत रहें हैं , समाज कल्याण की भावना से उच्च पद को त्याग कर मां की आराधना एवं श्री राम की सेवा में लीन रहते , उन्होंने बातों बातों में कहा कि वो पूरे वर्ष श्रीराम चरित मानस का परायण करते हैं ,एवं मां से यही वर मांगते हैं कि जो भी शुद्ध मन से तेरे दरबार में अपने शुभकामनाएं रखें मां उन्हें पूर्ण करें, माता के दरबार सभी के लिए खुला है मंत्री हों संत्री हो , साधारण हो या साधारण प्रतिभाशाली सभी मां का आशीर्वाद और माथा टेकने के लिए आते हैं।माता के आशीर्वाद से आगंतुक भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण होती है , आचार्य राजेश मिश्रा यह बात हमेशा कहते हैं कि माता के चरणों में अपने और अपने मन को समर्पित किजिए जो मां के अनुसार अच्छा होगा ओ ,फल आपको मिलेगा।
आचार्य राजेश मिश्रा एक सुलझे हुए ज्योतिष मर्मज्ञ, वास्तुशास्त्र में निपूर्ण एवं हस्तरेखा के महारथी है, परन्तु उनका कहना है कि सबकुछ और सबका भला माता के कृपा से हीं संभव है। दरबार में किसी प्रकार का भेद भाव नहीं है। पूरे जगत के कल्याण की भावना से इस वर्ष की रामनवमी के शुभ पावन पर्व पे राम रक्षा स्त्रोत के पाठ और हवन होगा।