Adityapur:आदित्यपुर स्थित श्रीनाथ पब्लिक स्कूल में वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह सम्पन्न हुआ.
समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में श्रीनाथ विश्वविद्यालय के कुलाधिपति सुखदेव महतो,विशिष्ट अतिथि प्रशासनिक डीन जे राजेश, एच आर रविकांत ,डीन अकादमिक दीपक कुमार शुक्ला, अकादमिक निर्देशक श्रीनाथ पब्लिक स्कूल दिलीप कुमार महतो प्रधानाचार्य संजय कुमार सिंह ,विद्यालय प्रबंधन समिति सदस्या सह शिक्षिका श्रीमती अनिता महतो समस्त शिक्षक -शिक्षिकाऍ अभिभावक एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित हुए.

अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर समारोह प्रारंभ की गई। विद्यालय की वार्षिक रिपोर्ट एवं एकेडमिक वर्ष 2024 -2025 में विद्यालय की उपलब्धियां, चुनौतियां एवं आगामी वर्ष 2025-2026 की शैक्षणिक एवं शैक्षणिक सहगामी कार्य की रिपोर्ट प्रस्तुत की। छात्रों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया। मुख्य अतिथि द्वारा में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त छात्र -छात्राओ को पुरस्कृत किया गया। प्रधानाचार्य द्वारा छात्रों को आशीर्वाद देते हुए कहा कि हमारे विद्यालय में बच्चों में प्रतीभा की कमी नहीं है।हम उनके प्रतीभा को निखारने का सब प्रयास करते हैं। विद्यालय में सभी अत्याधुनिक संसाधन उपलब्ध है। सभी विषयों के दक्ष ,निपुण एवं अनुभवी शिक्षक -शिक्षिकाओ द्वारा पठन -पाठन का कार्य किया जाता है।

श्रीनाथ पब्लिक स्कूल में रविन्द्र जयंती मना
आदित्यपुर स्थित श्रीनाथ पब्लिक स्कूल में आज महान कवि,लेखक, संगीतज्ञ , चित्रकार,विचारक एवं दार्शनिक साहित्य के क्षेत्र में प्रथम नोबेल पुरस्कार से सम्मानित श्री रविन्द्र नाथ टैगोर का जन्मोत्सव मनाया गया।इस अवसर पर विद्यालय के अकादमिक निर्देशक श्री दिलीप कुमार महतो, प्रधानाचार्य श्री संजय कुमार सिंह विद्यालय प्रबंधन समिति सदस्या सह शिक्षिका श्रीमती अनिता महतो ने दीप प्रज्वलित कर पुष्प अर्पित किया।छात्र – छात्राओं ने रविन्द्र नाथ टैगोर द्वारा रचित कविता, नाटक एवं नृत संगीत का मंचन किया।
प्रधानाचार्य महोदय ने छात्र छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि विश्व कवि रवींद्रनाथ टैगोर एक बहुमुखी प्रतिभा के व्यक्ति थे। भारत और बांग्लादेश का राष्ट्रगान इन्हीं की देन है। इनके द्वारा लिखी गई कविता, उपन्यास, गीत, नाटक एवं चित्र आज भी लोगों के दिल में वसते है। अकादमिक निर्देशक महोदय ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि आज वेशक टैगोर जी हमारे बीच नहीं हैं पर समस्त भारतीयो के दिल में रहते हैं बच्चों हमें इनके जीवन से यह सीख लेनी चाहिए कि जीवन में ऐसे काम करने चाहिए जो मानव जाति के कल्याण के लिए हो जिससे लोगों को नई राह मिले।