Chaibasa :- क्रांतिकारी महिला संगठन ऑल इंडिया महिला सांस्कृतिक संगठन (AIMSS) के द्वारा महान धर्मनिरपेक्ष मानवतावादी भारतीय नवजागरण आंदोलन के प्रणेता ईश्वर चंद्र विद्यासागर के 204वां जन्म जयंती और शहीदे आजम भगत सिंह के 116 वां जन्म जयंती के अवसर पर चाईबासा के नीमडीह में छात्राओं और महिलाओं को लेकर एक परिचर्चा का आयोजन हुआ.
इसे भी पढ़ें :- डीएवी में याद किए गए कलम के सिपाही मुंशी प्रेमचंद, हर्षोल्लास से मनाई गई जयंती
इस परिचर्चा में ईश्वर चंद्र विद्यासागर के संघर्षपूर्ण समाज परिवर्तन, नारी शिक्षा के लिए तथा समाज के कुरीतियों को मिटाने के क्रम में आए कठिन संघर्ष के बारे में चर्चा किया गया. वक्ताओं ने सभी को शहीदे आजम भगत सिंह के चरित्र और आदर्श को अपनाने का निवेदन किया. वर्तमान में देश भर में महिलाओं छात्राओं के ऊपर हो रहे अत्याचार और अपराध के विश्लेषण के साथ आज के दिन में ईश्वर चंद्र विद्यासागर के शिक्षा के महत्व को और समाज परिवर्तन में छात्राओं महिलाओं की भूमिका को चर्चा किया गया.
इसमें मुख्य अतिथि तथा प्रमुख वक्तागण के रूप में प्रोफेसर अंजना कनौजिया, महिला संगठन एआईएमएसएस के नेत्रि सोनोका माहतो, प्रोफेसर शताब्दी दत्त ,शिक्षक संतोषी महतो, समाजसेविका शितल बाग, परवीन सुल्ताना, नेहा बानरा एवं रिंकी चांद और कोई बुद्धिजीवी गण एवं कई महिलाएं और छात्राएँ उपस्थित थीं.
इसे भी पढ़ें :- http://चाईबासा : टाटा कॉलेज प्रांगण में मनाया गया संस्थापक की 106वीं जयंती