Chaibasa (चाईबासा) : चाईबासा स्थित सेतोम संस्थान में जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा साहित्य विषय में यूजीसी नेट-जेआरएफ पास अभ्यर्थियों ने पान्डुराम हाईबुरु के संरक्षण एवं प्रताप सिंह बानरा के अध्यक्षता में बैठक किया गया.
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जिसमें प्रताप सिंह बानरा ने बताया कि विगत कैबिनेट में पारित कोल्हान विश्वविद्यालय से संबंधित ‘हो’, संथाली, मुंडारी, कुड़ुख व कुड़माली विषयों के शिक्षकों की भर्ती कोल्हान विश्वविद्यालय में अनुबंध आधारित अस्सिटेंट प्रोफेसर नीड बेस्ड पर होना चाहिए. साथ ही कोल्हान विश्वविद्यालय के द्वारा 12 अगस्त 2024 की अधिसूचना अनुबंध आधारित ‘हो’ में दो पद, संथाली में 2 पद, टीआरएल में 2 पद और बाकी मुंडारी, कुड़ुख व कुड़माली में पद सृजित नहीं किए जाने पर गंभीर दुःख व्यक्त किया. उन्होंने बताया कि इस अधिसूचना को अविलंब संशोधन कर विगत कैबिनेट में पारित कोल्हान विश्वविद्यालय से संबंधित ‘हो’, संथाली, मुंडारी, कुड़ुख व कुड़माली विषयों के शिक्षकों के पदों का सृजन किया जाना चाहिए. ताकि कोल्हान विश्वविद्यालय व अंगीभूत महाविद्यालयों का संचालन बेहतर किया जा सके. सेतोम संस्थान के संस्थापक पान्डुराम हाईबुरू ने इस बात पर बल देते हुए कहा कि शैक्षणिक संस्थानों में भी राजनीति सा माहौल होने से विद्यार्थियों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है.
इस बैठक में मुख्य रूप से मनोज बिरुवा, सुकेन हेस्सा, रामराई बोयपाई, एलिस बिना बुड़िउली, गोपाल बोयपाई, महेन्द्र हेम्ब्रम, नागेश्री करोवा, सुशीला सावैयां, रायमुनी हाईबुरु, जगन्नाथ हेस्सा, सुषमा सोय, अलिशा पुरती आदि उपस्थित थे.
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