Chaibasa (चाईबासा) : ‘हो’ भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल कराने की माँगों के समर्थन में 31 अक्टूबर और 1 नवंबर को नई दिल्ली चलने के कार्यक्रम को लेकर महासभा कला एवं संस्कृति भवन परिसर हरिगुटू में आदिवासी ‘हो’ समाज युवा महासभा की ओर से ‘हो’ भाषा में शिक्षक की तैयारी कर रहे छात्रों तथा भाषा-प्रेमियों को जानकारी दिया एवं कार्यक्रम में भाग लेने के लिये अपील किया गया.
छात्रों को जानकारी दिया गया कि जब तक ‘हो’ भाषा को भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल नही किया जाता है, तब तक राष्ट्रीय स्तर पर सेमिनार एवं आंदोलन चलता रहेगा. इसी सामाजिक उद्देश्य के साथ 31 अक्टूबर को सेमिनार एवं 1 नवंबर को जंतर-मंतर नई दिल्ली में धरना-प्रदर्शन होगा. इस कार्यक्रम के माध्यम से पुनः भारत सरकार नई दिल्ली को माँग-पत्र समर्पित किया जायेगा.
लोगों को यह भी बताया गया कि इस कार्यक्रम के संबधं में रविवार को रायरंगपुर, ओढ़िशा में ऑल इंडिया हो लैंग्वेज एक्शन कमिटि का पुर्नगठन के कार्यक्रम के माध्यम से विभिन्न ‘हो’ समाज के सामाजिक संगठन के प्रतिनिधियों के उपस्थिति में घोषणा किया गया है. जिसमें झारखंड,ओढ़िशा एवं बंगाल के प्रतिनिधि मौजूद थे. इस आशय सभी छात्रों को विशेषकर नई दिल्ली के सेमिनार एवं धरना-प्रदर्शन में शामिल होने के लिए आदिवासी ‘हो’ समाज युवा महासभा की ओर से अपील किया गया.
इस अवसर पर आदिवासी ‘हो’ समाज युवा महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष इपिल सामड, महासचिव गब्बरसिंह हेम्ब्रम, प्रदेश कोषाध्यक्ष शंकर सिदु, पूर्व अनुमंडल सचिव सिकंदर तिरिया सहित छात्र-छात्राएँ मौजूद थे.