Chaibasa (चाईबासा) : पश्चिमी सिंहभूम जिले के मझगांव थाना क्षेत्र से एक बेहद सनसनीखेज मामला सामने आया है। पुलिस ने एक महिला की हत्या के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। मृतका को अंधविश्वास के चलते डायन बताकर उसकी हत्या कर दी गई थी।
क्या है घटना
सोमवार को सुखमति घर से बाहर गई थी लेकिन देर रात तक वापस नहीं लौटी। परिजनों और ग्रामीणों ने उसकी खोज शुरू की। दो दिन बाद बुधवार को गांव के नजदीकी जंगल से उसका खून से लथपथ शव मिला।

घटना का खुलासा
घाघरबेड़ा थाना (जिला मयूरभंज, उड़ीसा) के ग्राम नरसंडा निवासी जयराम तिरिया (60 वर्ष) के लिखित बयान पर यह मामला दर्ज किया गया। शिकायत में बताया गया कि 12 अक्टूबर 2025 की रात करीब 8 बजे, तीन आरोपियों ने उसकी रिश्तेदार महिला के साथ न केवल यौन उत्पीड़न किया, बल्कि गला दबाकर हत्या कर दी। मृतका का शव छिपाने के उद्देश्य से आरोपियों ने उसे नरसंडा नदी के चेक डैम में पत्थर रखकर डुबो दिया था।
गिरफ्तार आरोपी:
- रितेश पिंगुवा उर्फ रिटु (29 वर्ष), पिता स्व. हरीशचन्द्र पिंगुवा
- विमा सिंकु (35 वर्ष), पिता स्व. श्रीधर सिंकु
- कारजी बिरुवा उर्फ नौरु (45 वर्ष), पिता स्व. लुकना बिरुवा
सभी आरोपी ग्राम अधिकारी, पोस्ट नयागांव (आश्रम), थाना मझगांव, जिला पश्चिम सिंहभूम के रहने वाले हैं।
आरोपी ने बताया हत्या का कारण:
मुख्य आरोपी रितेश पिंगुवा ने पूछताछ में बताया कि उसका एक वर्षीय पुत्र हमेशा बीमार रहता था, जिसके लिए वह मृतका को डायन बताकर आरोप लगाता था। इसी अंधविश्वास के चलते उसने अपने दो साथियों के साथ मिलकर यह जघन्य अपराध किया।
पुलिस ने की कार्रवाई:
वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर अनु. पु. पदाधिकारी जगन्नाथपुर के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई। टीम में उपेंद्र नारायण सिंह (थाना प्रभारी), धीरज कुमार यादव, दिलीप कुमार सिंह, दशरथ हेम्ब्रम, सुभाष दास, अनु. पु. पदाधिकारी के अंगरक्षक एवं थाना रिजर्व गार्ड शामिल थे।
पुलिस टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया और उनकी निशानदेही पर मृतका का शव व उसके वस्त्र बरामद किए।
आरोपियों ने अपराध किया स्वीकार
थाना प्रभारी उपेंद्र नारायण सिंह ने बताया कि आरोपियों ने अपराध स्वीकार कर लिया है, और उनके खिलाफ हत्या, यौन शोषण एवं साक्ष्य मिटाने की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर न्यायिक हिरासत में भेजा जा रहा है।