Adityapur: प्रधानमंत्री सबको साथ लेकर चलने का प्रयास करते हैं. लेकिन राज्य सरकार ने कुछ अहर्ताएं तय कर दी है. राज्य सरकार विकास में भी राजनीति कर रही है. उन्हें लगता है कि सांसद झारखंड का नहीं है बल्कि किसी और प्रदेश से आते हैं. केंद्र और राज्य सरकार के बीच आपसी तालमेल नहीं होने के चलते कई महत्वपूर्ण योजनाएं वापस हो रही है. उक्त बातें केंद्रीय राज्य शिक्षा मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने आदित्यपुर स्थित नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के छात्रावास भूमि पूजन कार्यक्रम के मौके पर कही।
अन्नपूर्णा देवी , राज्य शिक्षा मंत्री
झारखंड में चल रहे शीलापट्ट राजनीति पर अपने विचार व्यक्त करते हुए केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर कैबिनेट सेक्रेटरी ने जो गाइडलाइन जारी किया है. जिसमें किसी भी जनउपयोगी योजना की अनुशंसा सांसद नहीं कर सकते हैं। मुख्यमंत्री सांसदों की अनदेखी कर रहे हैं और विधायकों को योजना अनुशंसा को लेकर प्रभावशाली बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधि होने के नाते सांसद भी अपने लोकसभा क्षेत्र में भ्रमण करते हैं. जनता उनसे भी विकास से जुड़े मुद्दों पर सवाल करती है. केंद्र सरकार कई एक मामलों में राज्य में सीधे हस्तक्षेप नहीं कर सकती। अन्नपूर्णा देवी ने मुख्यमंत्री को दो टूक जवाब देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री विजन के साथ काम करें ताकि सभी महत्वपूर्ण योजनाओं को धरातल पर उतारा जा सके।
2023 में भी झारखंड के लोग चुआ से पानी पीने को विवश
केंद्रीय राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि केंद्र सरकार की योजनाओं पर राज्य सरकार बाधक बनती है. आज भी झारखंड के कई क्षेत्र में लोग चुआ से पानी पीने को विवश है. जबकि नल -जल योजना का पैसा बिना काम किए राज्य से वापस जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य के अधिकारी काम करना नहीं चाहते. बिना सोच और विजन के सरकार चल रही है जिसका खामियाजा जनता को भुगतना पड़ रहा है.