चाईबासा : कोल्हान भूमि बचाओ समिति के अध्यक्ष विनोद कुमार सावैयां ने सदर अंचलाधिकारी गोपीनाथ उरांव के खिलाफ उपायुक्त अनन्य मित्तल से लिखित शिकायत की है। श्री सावैयां का आरोप है कि अंचलाधिकारी गोपीनाथ उरांव भ्रष्ट अधिकारी हैं और जमीन संबंधी कार्यों में फर्जीवाड़ा करते हैं। इसमें उनके अधीनस्थ कर्मचारियों की भी मिलीभगत रहती है। इसलिये इनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होनी चाहिये।
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क्या है शिकायत?
उपायुक्त को सौंपे ज्ञापन में विनोद कुमार सावैयां ने कहा है कि सदर अंचल में छह विभिन्न अदिवासी जमीनों पर लंबे समय से अवैध कब्जा है। इसमें सदर अंचलाधिकारी की भी मिलीभगत है। पहला केस मतकमहातु का है। यहां डीबर देवगम नामक व्यक्ति की जमीन पर वर्षों से उद्योगपति बनवारी लाल नेवटिया का अवैध कब्जा है। इसका खाता संख्या-54, खेसरा संख्या-1116, रकवा-1.40 एकड़ है। यह जमीन डीबर देवगम के पिता मोरन सिंह देवगम से बनवारी लाल नेवटिया ने पांच वर्षों की व्यावसायिक लीज पर लिया था। लेकिन बाद में नेवटिया ने फर्जी दस्तावेज बनवाकर इसपर कब्जा कर लिया। इसी तरह गितिलपी मौजा में सुखलाल सावैयां की जमीन को वहीं के एक जमीन माफिया कृपेंद्र नारायण सावैयां ने फर्जीवाड़ा करके बेच दिया। इसमें भी अंचलाधिकारी गोपीनाथ उरांव की मिलीभगत थी। कृपेंद्र ने इसके लिये गीतिलपी ग्राम मुंडा का जाली हस्ताक्षर तथा नकली मुहर का प्रयोग किया था। मौजा तमाड़बांध में स्व चेतन देवगम तथा स्व विजय देवगम की पुश्तैनी जमीन पर सुरेश चंद्र बुड़ीउली तथा कस्तूरी बोयपाई ने अवैध ढंग से कब्जा कर लिया है। इस जमीन का खाता संख्या-155, प्लॉट संख्या-577 तथा 579, कुल रकवा-0.32 डिसमिल है। इस फर्जीवाड़े में मतकमहातु के ग्राम मुंडा धनुर्जय देवगम की भी संलिप्तता है। तमाड़बांध में ग्रामीण भगवान देवगम की पुश्तैनी जमीन को वहीं के ग्राम मुंडा चरण बोदरा तथा अंचलकर्मियों की मिलिभगत से जमीन माफियाओं ने बेच दिया। हाल ही में कमरहातु की एक ग्रामीण की जमीन को भी माफियाओं ने फर्जीवाड़े से बेच दिया था। मुखिया जूलियाना देवगम ने इस मामले में मुकदमा दायर किया हुआ है। विनोद कुमार सावैयां ने ज्ञापन में उपायुक्त से इन बिंदुओं पर जांचकर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
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