Chaibasa :- पश्चिमी सिंहभूम जिला पुलिस बल को बड़ी सफलता मिली है, पुलिस ने बंदगांव इलाके से मुठभेड़ में शामिल पीएलएफआई के तीन उग्रवादियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार उग्रवादियों के पास से एके-47, 33 जिंदा कारतूस, दो मैगजीन, एक देशी कट्टा, पीएलएफआई पर्चा, मोटरसाईकिल सहित अन्य समान बरामद किया है. गिरफ्तार उग्रवादी में लौकी सांडीपूर्ति, बिरसा डहंगा और सुखराम सांडीपूर्ति का नाम शामिल है. सभी उग्रवादी चाईबासा जिले से बंदगांव थाना क्षेत्र के रहने वाले है.
घटना की जानकारी देते हुए चाईबासा एसपी आशुतोष शेखर ने बताया कि सूचना मिली थी कि बंदगांव थाना क्षेत्र के किता गांव में पीएलएफआई उग्रवादी संगठन के एरिया कमांडर लंबू अपने दस्ते के साथ भ्रमणशील है. सूचना के सत्यापन हेतु छापेमारी टीम गठन किया और छापेमारी शुरू की. इसी दौरान किता गांव में दो संदिग्ध को मोटरसाईकिल से आते देखा गया, जिसके बाद पुलिस रुकने का इशारा किया. लेकिन दो बाईक पर सवार उग्रवादी भागने लगे. हालांकि एक बाईक पर सवार उग्रवादी फरार हो गये. जबकि दूसरे बाईक पर सवार उग्रवादी को पकड़ा गया. पकड़ाये गये उग्रवादी बीते 17 जनवरी को करिका में गोलीबारी में शामिल था. इसके अलावा 21 जनवरी को हुवांगडीह हुए पुलिस मुठभेड़ में भी शामिल था. लौकी सांडीपूर्ति के खिलाफ विभिन्न थाना में सात मामले दर्ज है, बिरसा डहंगा के खिलाफ चार और सुखराम सांडीपूर्ति के खिलाफ तीन मामले दर्ज है.
बीते 21 जनवरी को पुलिस और सुरक्षाबलों में रात मुठभेड़ में दोनों ओर से 30-35 राउंड फायरिंग की गई. हालांकि सुरक्षाबलों को भारी पड़ता देख उग्रवादी जंगलों का फायदा उठाकर भाग खड़े हुए. सूचना मिली थी कि हुवांगडीह के सीमावर्ती जंगलों में प्रतिबंधित पीएलएफआई के सक्रिय नक्सली एरिया कमांडर रोड़े और लंबु अपने दस्ता सदस्यों के साथ घूम रहे हैं. सूचना पर सर्च अभियान के क्रम में आधा दर्जन संदिग्ध को हथियार के साथ घुमते देखा गया. उग्रवादी पुलिस पार्टी को देखते ही उन पर गोली चलाने लगे. जिसके बाद पुलिस की ओर से भी जवाबी कार्रवाई की गई. फायरिंग बंद होने के बाद पूरे एरिया को घेर कर सर्च किया गया तो सर्च के दौरान एक 315 बोर की राइफल मैगजीन, 9 एमएम लोडेड मैगजीन, टार्च सहित दैनिक उपयोग का समान बरामद की गई.