Gamharia:मकर संक्रांति एवं टुसू पर्व के अगले दिन अखान यात्रा के मौके पर गम्हरिया स्थित घोड़ा बाबा मंदिर में वार्षिक पूजा मेले का आयोजन किया जाता है, इस मौके पर अहले सुबह ही लोगों की भीड़ मंदिर में बाबा घोड़ा की पूजा अर्चना करने उमड़ती हैं।
गम्हरिया स्थित घोड़ा बाबा मंदिर में हर साल अखान जात्रा के दिन भगवान बलराम की पूजा धूमधाम से की जाती है.
गम्हरिया स्थित घोड़ा बाबा मंदिर में भगवान बलराम को ग्राम देवता के रूप में यहां पूजा जाता है. मान्यता है, कि वर्षो पूर्व क्षेत्र में भीषण महामारी फैली थी. जिसके बाद पूर्वजों ने भगवान बलराम का आह्वान किया था, और यहां उनके वाहन के रूप में घोड़े का स्थापना किया था. जिसके बाद क्षेत्र से महामारी समाप्त हुई थी. तब से लेकर आज तक परंपरा का निर्वहन किया जा रहा है. जिनकी मन्नते पूरी होती है, वे मिट्टी के घोड़े यहां चढ़ाते हैं. इसके अलावा प्रसाद का भोग भी लगाते हैं.मान्यता हैं कि आस्था एवं विश्वास के साथ पूजा करने से मन की मुरादें पूरी होती हैं। यहाँ त्योहारों में अपनी परंपरा एवं संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। इस प्रमुख धार्मिक स्थल पर आसपास के गांवों के हजारों भक्त पूजा करने पहुँचे हैं। इस अवसर पर प्रांगण में विशाल मेला का आयोजन भी किया गया हैं। मेले का काफी संख्या में लोगों ने लुत्फ उठाते है। महाभोग का आयोजन भी किया जाता हैं। समिति के द्वारा आगंतुक अतिथियों का स्वागत किया गया। बताया कि मकर संक्रांति के एक दिन बाद इस पूजा का आयोजन प्रतिवर्ष किया जाता है।