Chaibasa (चाईबासा) : भाजपा द्वारा पश्चिमी सिंहभूम के विभिन्न प्रखंडों में किए गए प्रखर जनाक्रोश प्रदर्शन पर झामुमो और कांग्रेस जिस तरह की प्रतिक्रिया दे रही है, उससे स्पष्ट है कि यह गठबंधन जनहित की आवाज़ से घबरा गया है. भाजपा जब जनता की बुनियादी समस्याओं — पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, पेंशन, रोजगार — को लेकर आंदोलन करती है तो झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस उसे नौटंकी कहती है, जो उनके जनविरोधी मानसिकता को दर्शाता है. भाजपा मीडिया प्रभारी, पश्चिमी सिंहभूम जितेंद्र ओझा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा.
उन्होंने कहा कि पश्चिमी सिंहभूम जिला जहां सबसे ज्यादा कुपोषण, पलायन और अशिक्षा फैला हुआ है, वहां के सभी प्रतिनिधि — सांसद, विधायक और अधिकांश पंचायत प्रतिनिधि — झामुमो और कांग्रेस से हैं। इसके बावजूद ना यहां का चाईबासा-टाटा मार्ग जाम से मुक्त हो पाया, ना विधवा और वृद्धा पेंशन समय से मिल रही है, ना ही छात्रों को छात्रवृत्ति.
उन्होंने बताया कि जनता को पीने का पानी, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी बुनियादी सुविधाएं मिलनी चाहिए — इस पर सवाल उठाना अगर कांग्रेस और झामुमो को नौटंकी लगता है, तो उन्हें आत्मचिंतन करना चाहिए. भाजपा द्वारा चुनाव पूर्व किए गए वादों की याद दिलाना कोई अपराध नहीं है, बल्कि यह लोकतंत्र की मूल आत्मा है.
जितेंद्र ओझा ने कहा कि झारखंड की गठबंधन सरकार ने पेसा कानून लागू नहीं किया, ना ही ठोस स्थानीय नियोजन नीति बनाई. महिला सुरक्षा, किसान कर्जमाफी और युवाओं को रोजगार देने के नाम पर सिर्फ घोषणाएं हुईं, धरातल पर कुछ नहीं उतरा.
भाजपा का कर्तव्य है जनता के मुद्दों को सड़क से लेकर सदन तक उठाना और यह कार्य पार्टी पूरी निष्ठा और प्रतिबद्धता के साथ कर रही है. झामुमो और कांग्रेस के नेताओं में नेतृत्व का भारी अभाव है और गठबंधन के भीतर सामंजस्य की कमी जनता को साफ दिखाई दे रही है.
भाजपा यह स्पष्ट करना चाहती है कि जन आंदोलन हमारा संवैधानिक और लोकतांत्रिक अधिकार है. आदिवासियों, पिछड़ों और गरीबों के हक़ की लड़ाई भाजपा सदैव लड़ती रही है. झारखंड की जनता जानती है कि असली जनसेवक कौन है और कौन सिर्फ झूठे सपने दिखाकर सत्ता सुख भोग रहा है. भाजपा पश्चिमी सिंहभूम की जनता के साथ खड़ी है और जनविरोधी सरकार को चेताने का अभियान पूरे ज़िले में जारी रहेगा.