Adityapur:लघु उद्योग भारती ,झारखंड प्रांतीय उद्योग सम्मेलन सोमवार को आदित्यपुर स्थित ऑटो क्लस्टर सभागार में आयोजित किया गया। जिसमें मुख्य रूप से मौजूद लघु उद्योग भारती के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश मित्तल ने स्थानीय उद्यमियों की समस्याओं को सुनकर उन्हें सरकार तक पहुंचाने की बातें कही।

लघु उद्योग भारती के प्रांतीय सम्मेलन में आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र समेत जमशेदपुर उद्यमियों की समस्याओं को गंभीरता पूर्वक सुनने के बाद ओमप्रकाश मित्तल ने कहा कि सरकार और संबंधित मंत्रालय तक समस्याओं को पहुंचाने की पहल करेंगे। इन्होंने कहा कि लघु उद्योग भारती देशभर में लघु ,सूक्ष्म एवं मध्यम उद्योगों की हितैषी है।आज देश भर में 920 से भी अधिक इकाईयां कार्यरत हैं ।लघु उद्योग भारतीय ने सर्वप्रथम उद्योग स्थापना को लेकर लैंड पॉलिसी देशभर में एक समान बनाने की मांग उठाई थी। जिससे उद्योग -धंधे आसानी से स्थापित हो सके. ओम प्रकाश मित्तल ने कहा कि देश में बनाए गए जीएसटी टीम का ये हिस्सा रह चुके हैं ।इन्होंने जीएसटी नियमों में 250 से भी अधिक संशोधन उद्योग हित में करवाए हैं। सम्मेलन में मौजूद स्थानीय उद्यमी सुमित मेहता ने बताया कि कृषि उपकरण संबंधित औजार और उत्पादों का निर्माण करते हैं, जिसमें कृषि उपकरण निर्माण पर सरकार द्वारा इन्हें रियायत दी जाती थी, 18% जीएसटी चुकाना पड़ता है। वहीं चीन से भारी मात्रा में रॉ मैटेरियल डंप होने से इसका प्रभाव उद्योगों पर पड़ रहा है। जिसका नतीजा है कि कई उद्योग बंद हो रहे हैं। इस गंभीर मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि लघु उद्योग भारती प्रदेश कमेटी के माध्यम से एक पत्र तैयार करें जिसे वित्त मंत्रालय और उद्योग मंत्रालय को भेजा जाएगा ।ताकि इन समस्याओं का निपटारा हो। बैठक में उपस्थित महिला उद्यमी उषा झा ने समस्या रखते हुए बताया कि 18% जीएसटी चुकाने के बावजूद स्थानीय उद्योगों को रिटर्न में कुछ नहीं मिलता। इन्होंने कहा कि सरकार उद्यमियों के प्रति गंभीर हो, उद्यमियों को रियायत के अलावा पेंशन की भी सुविधा मिले। इन्होंने कहा कि सुलभ तरीके से उद्योग धंधे बढ़ाने लोन प्राप्त हो. स्क्रैप व्यवसाय से जुड़े उद्यमियों ने स्क्रैप व्यवसाय में 5% अतिरिक्त जीएसटी और जीएसटी पर एक प्रतिशत टीडीएस काटे जाने पर भी कड़ा एतराज जताया, सम्मेलन में उद्यमियों ने एक राष्ट्र एक उद्योग नीति बनाए जाने की भी मांग प्रमुखता से उठाई। जिस पर पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा कहा गया कि उद्योग नीति स्थानीय सरकारों द्वारा बनाए जाते हैं जो अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग होते हैं। इधर आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र में नए उद्योग के लिए जमीन ना मिलना और दर अधिक होने के मुद्दे पर पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश मित्तल ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा की इस पर राज्य सरकार को गंभीरता पूर्वक विचार करना चाहिए जिससे उद्योगों का पलायन रोका जा सके.

सरकार तक छोटे उद्योगों की आवाज पहुंचना प्राथमिकता:इन्दर
लघु उद्योग भारती प्रांतीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए झारखंड प्रभारी सह राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य इंदर अग्रवाल ने कहा कि लघु उद्योग भारती के सदस्य प्रदूषण बोर्ड, जीएसटी, आयकर जैसे विभाग के सदस्य हैं। ऐसे में छोटे एवं मध्यम दर्जे के उद्यमियों की समस्याओं को सरकार तक सुगमता से पहुंचना पहली प्राथमिकता है। इंद्र अग्रवाल ने कहा के लघु उद्योग भारती से अधिक से अधिक उद्यमियों को जोड़कर उद्योग हित में कार्य करना है। सम्मेलन को मुख्य रूप से लघु उद्योग भारती के प्रांतीय महामंत्री विजय मेवाड़ ,जिला अध्यक्ष ज्ञानचंद जायसवाल ने भी संबोधित किया। इस मौके पर सचिव सपन मजूमदार, कैट के सचिव सुरेश सोंथालिया, नगर निगम के निवर्तमान डिप्टी मेयर अमित सिंह, किशोर गोलछा, संतोष खेतान ,राजीव रंजन मुन्ना, सुधीर सिंह ,संजय शर्मा, नीरू सिंह, दीपक पंचामिया, रतन लाल गुप्ता, पिंकेश माहेश्वरी, अशोक गुप्ता ,चतुर्भुज केडिया, मनमोहन सिंह समेत सैकड़ो उद्यमी मौजूद थे। उद्यमी सम्मेलन का संचालन प्रवीण गुटगुटिया ने किया जबकि धन्यवाद ज्ञापन दशरथ उपाध्याय द्वारा किया गया।