Adityapur : आदित्यपुर-2 के ईच्छापुर स्थित सहारा गार्डन सिटी में दुर्गा पूजा को लेकर चंदा वसूली और महाभोग प्रसाद वितरण के मुद्दे पर विवाद गहरा गया है। सोसाइटी के कई निवासियों ने पूजा आयोजन समिति पर ₹1200 का जबरन चंदा वसूलने और चंदा न देने वालों को भोग से वंचित रखने के गंभीर आरोप लगाए हैं।
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प्रेस वार्ता कर सोसाइटी निवासी सेवानिवृत्त बैंक अधिकारी अशोक कुमार मिश्रा, सौरभ भट्टाचार्य, रतन राय और रितेश शर्मा ने समिति के मुख्य संरक्षक शशांक कुमार गांगुली, अध्यक्ष अरविंद कुमार सिंह और कार्यकारी अध्यक्ष राजीव रंजन के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया। उनका कहना है कि समिति ने बिना सदस्यों की राय लिए एकतरफा निर्णय लेकर जबरन ₹1200 का चंदा काटा है, जबकि कई लोगों ने अपनी आर्थिक स्थिति के अनुसार सहयोग करने की इच्छा जताई थी।
सौरभ भट्टाचार्य ने बताया कि 7 सितंबर को स्थानीय आरआईटी थाना परिसर में प्रभारी संजीव कुमार सिंह की उपस्थिति में एक बैठक हुई थी, जिसमें यह तय हुआ था कि लोग अपनी क्षमता के अनुसार चंदा देंगे। बावजूद इसके समिति द्वारा दबाव बनाकर चंदा वसूला जा रहा है और चंदा नहीं देने वालों को 29 सितंबर को सप्तमी के दिन महाभोग प्रसाद नहीं दिया गया, जबकि वे कूपन खरीदने पहुंचे थे।
दुर्गा पूजा से लेकर काली पूजा और गणेश पूजा प्रसाद वितरण के हिसाब से लिया गया है चंदा: मुख्य संरक्षक
वहीं, पूजा समिति के मुख्य संरक्षक शशांक कुमार गांगुली ने सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि समिति पर लग रहे आरोप निराधार हैं। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष भी ₹1100 चंदा लिया गया था और इस वर्ष बढ़ती महंगाई को देखते हुए ₹1200 तय किया गया है। यह राशि दुर्गा पूजा के साथ-साथ काली पूजा और गणेश पूजा जैसे आयोजनों के लिए भी निर्धारित की गई है। गांगुली ने यह भी स्पष्ट किया कि सभी सदस्यों को रसीद के आधार पर ही महाभोग दिया जा सकता है। कूपन मात्र से भोग देना संभव नहीं है, क्योंकि प्रसाद वितरण की व्यवस्था हर घर तक की जाती है और इसके लिए पूर्व नियोजन आवश्यक होता है।पूजा समिति ने पारदर्शिता और समानता की बात दोहराते हुए कहा है कि आयोजन को सफल बनाने में सभी का सहयोग जरूरी है, लेकिन इसे जबरन नहीं थोपा जा रहा।