आदित्यपुर: उद्योग भारती (लउभा) द्वारा पूर्वोतर क्षेत्र का उद्यमी सम्मेलन कोलकात्ता (बंगाल) में आहूत किया गया. सम्मेलन में अतिथि के रुप में उपस्थित केन्द्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और केन्द्रीय कानून कानून मंत्री अर्जुन मेघवाल ने उद्यमियों का मार्गदर्शन किया. उद्यमी सम्मेलन में लउभा के राष्ट्रीय सचिव झारखंड प्रभारी इन्दर कुमार अग्रवाल के नेतृत्व में कोल्हान क्षेत्र के उद्यमी भी शरीक हुए. इस अवसर पर प्रान्तीय उपाध्यक्ष ज्ञान जायसवाल, जिलाध्यक्ष विनोद शर्मा, स्वपन मजूमदार, किशोर गोलछा, राकेश अग्रवाल, मनोज सहाय, विकास चन्द्रा, सांवरमल शर्मा उपस्थित थे.
कोल्हान में रेल नेटवर्क को बेहतर बनाने की माँग, रेल मंत्री को सौंपा ज्ञापन
वहीं, इन्दर अग्रवाल के नेतृत्व में लउभा की टीम ने केन्द्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मुलाकात कर उन्हें 10 सूत्री माँग पत्र सौंपा. माँग पत्र में कोल्हान क्षेत्र में एमएसएमई के लिए भारतीय रेल व्यवसाय नेटवर्क को बेहतर बनाने का सुझाव शामिल है. माँग पत्र के अनुसार, भारतीय रेल देश में सबसे बड़ा रोजगार सृजनकर्ता और व्यवसाय नेटवर्क प्रदाता है और चक्रधरपुर डिवीजन में वैगन मूवमेंट में इसका प्रदर्शन देश में सर्वश्रेष्ठ में से एक है. स्टील उद्योग और खनन उद्योग के कारण चक्रधरपुर डिवीजन लगातार भारत में सर्वश्रेष्ठ डिवीजन के रूप में रोलिंग स्टॉक मूवमेंट में बेहतर प्रदर्शन कर रहा है. हालाँकि, स्थानीय उद्योग को रेलवे का समर्थन उतना मजबूत नहीं है. हालाँकि नरेन्द्र मोदी की कुशल सरकार के सत्ता में आने के बाद इसमें काफी सुधार हुआ है.
सीनी-कान्ड्रा-गम्हरिया ट्राईजंक्शन में चौथी लेन देने की माँग
माँग पत्र में लउभा के द्वारा सीनी-कान्ड्रा-गम्हरिया ट्राईजंक्शन लाईन में शीघ्र चौथी लेन देने की माँग की गई है. क्योंकि सीनी-कान्ड्रा-गम्हरिया ट्राईजंक्शन लाईन में रेलवे वैगन की आवाजाही हमेशा नाकाबन्दी पैदा करती है तथा इसके कारण अधिकाँश यात्री ट्रेनें और रोलिंग स्टॉक विलंब से चलते हैं. यह तीसरी लाईन के विकास के अंतर्गत है. परन्तु स्टील उद्योग और खनन क्षेत्रों में वैगनों के लगातार लोड के कारण समस्या बनी रहती है.
टाटानगर से वाराणसी के बीच बंदेभारत ट्रेन चलाने की माँग
माँग पत्र में टाटानगर से वाराणसी के बीच बन्दे भारत ट्रेन शुरु करने की माँग करते हुए कहा गया है कि टाटानगर से लखनऊ तक सीधा संपर्क सुधारा जाना चाहिए. और इससे कोल्हान को आरडीएसओ, लखनऊ से जोड़ने में मदद मिलेगी. क्योंकि क्षेत्र का शीर्ष रेलवे स्टेशन टाटानगर वैगन की आवाजााही के कारण अत्यधिक दबाव में है और खनन उत्पाद लोडिंग के लिए देश में सर्वश्रेष्ठ में से एक है. हालाँकि, इसके कारण हमने अधिकांश यात्री ट्रेन कनेक्शन खो दिए हैं. हवाई अड्डे की अनुपस्थिति में, जमशेदपुर को निश्चित रूप से बेहतर रेलवे कनेक्टिविटी की आवश्यकता है अन्यथा हमें व्यवसाय के लिए उपलब्ध ट्रेनों को लेने के लिए नियमित रूप से खड़गपुर या रांची जाना पड़ता है. साथ हीं टाटानगर से नई दिल्ली तक के लिए नई ट्रेन देने का अनुरोध भी किया गया है.
रेलवे से कोल्हान में शिविर लगाने की माँग
माँग पत्र में रेलवे से कोल्हान में शिविर लगाने तथा जमशेदपुर और धनबाद में स्थानीय उद्योग को इसकी सेवा आवश्यकता की अधिक जानकारी प्रदान करने में स्थानीय उद्यमियों का सहयोग करने का अनुरोध भी किया गया है. और बताया गया है कि इस तरह उद्यमी माल लदान में रेलवे के बड़े लक्ष्यों को प्राप्त करने में सहायता कर सकते हैं.
कोल्हान में रख-रखाव केन्द्र बनाने की माँग
माँग पत्र में कोल्हान में रख-रखाव केन्द्र बनाने की माँग की गई है. वर्तमान में कोल्हान और झारखंड में माल ढ़ुलाई की मात्रा के मुकाबले रोलिंग स्टॉक की रख-रखाव गतिविधि अभी भी कम है. इसके लिए रेलवे से अधिक रख-रखाव केन्द्र बनाने अथवा निजी निवेश द्वारा रेलवे की आवंटित भूमि पर रख-रखाव केन्द्र बनाने में उद्यमियों की सहायता करने का अनुरोध किया गया है. साथ हीं खनन स्टॉक आवाजाही, इस्पात उद्योग के विकास और मांग में वृद्धि के कारण टाटानगर से सीनी और चाईबासा में अधिक लूप लाइनों का निर्माण कराने का भी अनुरोध किया गया है.
चाईबासा-गम्हरिया रुट में पैसेंजर ईएमयू ट्रेन बढ़ाने की माँग
ज्ञापन में सुबह और शाम के शिफ्ट के समय का ध्यान रखते हुए चाईबासा-गम्हरिया रुट में पैसेंजर ईएमयू ट्रेन बढ़ाने की माँग की गई है, ताकि दूर-दराज के इलाकों से लोगों को समय पर औद्योगिक क्षेत्र पहुँचने में मदद मिल सके. इससे उद्यमियों को उद्योग बढ़ाने में मदद मिलती है तथा दूर-दराज के क्षेत्रों में लोगों को अधिक रोजगार भी मिलता है. क्योंकि लगभग छह दशक पूर्व गुआ, बादामपहाड़ और सीनी से टाटानगर के लिए रेलवे फीडिंग ईएमयू ट्रेनें बनाई गई थी. परन्तु अब उद्योग बढ़ गए हैं तथा अब चाईबासा-गम्हरिया रुट पर अधिक पैसेंजर ईएमयू ट्रेनों की जरुरत है.
राँची अथवा जमशेदपुर में जोनल मुख्यालय बनाने की माँग
माँग पत्र में दक्षिण पूर्व रेलवे के मुख्यालय को कोलकाता से रांची अथवा जमशेदपुर/सीनी/चक्रधरपुर में बदलने का अनुरोध भी किया गया है, ताकि झारखंड का एक जोनल मुख्यालय हो सके. क्योंकि दक्षिण पूर्व रेलवे ज्यादातर कमाई चक्रधरपुर डिवीजन से करता है. उल्लेखनीय है कि कोलकाता में पूर्वी और दक्षिण पूर्वी रेलवे का मुख्यालय है.
झारखंड में लागू हो अनुपातिक अवसंरचना योजनाः लघु उद्योग भारती
लघु उद्योग भारती ने झारखंड में अनुपातिक अवसंरचना योजना को लागू करने की मांग भी की है. और कहा है कि इस्पात उद्योग उत्पादन वृद्धि और खनन उत्पादन वृद्धि को रेलवे लाईन घनत्व से सीधे जोड़ने का काम किया जाना चाहिए. क्योंकि ऐसा न करने और उत्पादन कार्यान्वयन के बाद ऐसा करने से झारखंड के सकल घरेलू उत्पाद पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है और निश्चित रूप से हमारे राज्य में आम लोगों के लिए यात्री ट्रेन की उपलब्धता भी प्रभावित हुई है. आम लोग ट्रेन की देरी से तंग आ चुके हैं, जिसका मुख्य कारण माल ढुलाई में बाधा है. और स्थिति में जल्द से जल्द सुधार के लिए शीर्ष स्तर पर शीर्ष नियंत्रण की आवश्यकता है. माँग पत्र में निर्यात आधार में सुधार के लिए झारखंड में ड्राई रेलवे पोर्ट की सुविधा उपलब्ध कराने का भी अनुरोध किया गया है.