Chaibasa:- पश्चिम सिंहभूम जिला बैडमिंटन एसोसिएशन के द्वारा आयोजित एवं मधुसूदन विद्यालय चक्रधरपुर व डॉक्टर सी.ए. मेमोरियल ट्रस्ट द्वारा प्रायोजित तृतीय अविरल मेमोरियल अंतर विद्यालय बैडमिंटन प्रतियोगिता 2022 के फाइनल मुकाबले में डीएवी चाईबासा के यशवर्धन जोशी ने दोहरी सफलता अर्जित की. इस प्रतियोगिता के अंडर 15 एकल मुकाबले में उन्होंने अपने ही विद्यालय के यशवर्धन मुन्धडा को 21 – 7, 21 – 11 से हराकर इस प्रतियोगिता का एकल खिताब अपने नाम कर लिया. साथ ही साथ यशवर्धन जोशी एवं प्रतीक सुरीन की जोड़ी ने मधुसूदन महतो उच्च विद्यालय असंतलिया चक्रधरपुर के पंकज महतो एवं नरेंद्र बोदरा की जोड़ी को 21- 19, 21- 4 से हराकर यशवर्धन जोशी ने दोहरी सफलता अर्जित की.
इस मौके पर पश्चिम सिंहभूम जिला के पुलिस अधीक्षक श्री आशुतोष शेखर ने खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए कहा कि आज का फाइनल मुकाबला बहुत ही शानदार रहा. खिलाड़ियों को उनके प्रशिक्षकों के द्वारा अच्छी प्रशिक्षण दी गई, मैं आशा करता हूं की वह राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर भी अच्छा प्रदर्शन करेंगे. उन्होंने आयोजकों एवं इस प्रतियोगिता के प्रायोजक मधुसूदन विद्यालय चक्रधरपुर को कोटि कोटि धन्यवाद एवं विजेताओं को शुभकामनाएं दिया.
इस अवसर पर इस प्रतियोगिता के प्रारंभकर्ता अरविंद विजय बिलुंग ने अपने संबोधन में कहा कि जब मैं कोल्हान में आर डी डी के रूप में पदस्थापित थे. उस समय मैंने छोटे बच्चों में बैडमिंटन के प्रति रुचि जगाने हेतु इस प्रतियोगिता का आयोजन प्रारंभ किए. उस समय केवल कुछ बच्चे ही इस प्रतियोगिता में भाग लिए लेकिन आज मुझे यह देख कर अपार प्रसन्नता महसूस हो रही है कि इस प्रतियोगिता में विभिन्न विद्यालय विद्यालयों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. इस प्रतियोगिता में 160 से अधिक बच्चों का भाग लेना इस बात का संकेत है की बच्चों एवं अभिभावकों में बैडमिंटन के प्रति रुचि जागृत हुई है. मैं उम्मीद करता हूं कि आने वाले वर्षों में इस प्रतियोगिता में अधिक से अधिक बच्चे भाग लेंगे. उन्होंने घोषणा करते हुए कहा कि अगल वर्ष से अविरल मेमोरियल बैडमिंटन प्रतियोगिता में बालिकाओं के लिए भी प्रतियोगिता प्रारंभ की जाएगी. उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि जो भी खेलें खेल भावना से खेलें , जीतना और हारना खेल का एक कड़ी है. विजेताओं ने अधिक मेहनत किए इसलिए मैं उन्हें विशेष बधाई देता हूं एवं जितने भी प्रतिभागियों ने इस प्रतियोगिता में भाग लिया उन्हें भी बधाई दिया. इस प्रतियोगिता के प्रायोजक मधुसूदन विद्यालय के निदेशक बलराज कुमार हिन्दवार के साथ मेरा अच्छा संबंध रहा है, मैं आशा करता हूं कि बलराज जी आगे भी इसे प्रायोजित करते रहेंगे और यह प्रतियोगिता ऐसे ही चलता रहेगा. मैं उन्हें इस प्रतियोगिता को प्रायोजित करने के लिए तहे दिल से धन्यवाद देता हूं.
कोल्हान के डीआईजी मुख्य अतिथि अजय लिंडा ने अपने संबोधन में कहा कि छोटे-छोटे बच्चे बहुत अच्छा बैडमिंटन खेल रहे हैं. उन्हें इस तरह से खेलते हुए देखकर काफी खुशी महसूस होती है. यहां पर जितने भी अधिकारी और पदाधिकारी आते हैं खिलाड़ियों का हौसला अफजाई के लिए ही अपना वक्त निकालते हैं. उन्होंने अंडर 13 आयु वर्ग के एकल विजेता सोनाराम बिरहोर की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने बहुत अच्छा खेल का प्रदर्शन किया. उन्होंने इस आयु वर्ग के उपविजेता अंकित बानरा का भी प्रशंसा करते हुए कहा कि मैं इन्हें हर दिन इस स्टेडियम में अभ्यास करते हुए देखता हूं और इन्होंने बहुत अच्छा खेल का प्रदर्शन किए. उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के अर्नाल्ड का कहानी सुनाते हुए कहा कि अपनी सुरक्षा या आत्मरक्षा के लिए कभी नहीं खेलना चाहिए जो अपनी सुरक्षा के लिए खेलते हैं वह 100 फीसदी परफॉर्मेंस नहीं दे पाते हैं इसलिए खेल में आगे बढ़ने के लिए 100 फीसदी परफॉर्मेंस देना जरूरी है. आगे बढ़ने के लिए इच्छा शक्ति और लक्ष्य का होना जरूरी है. हार के बाद ही जीत है इसलिए हार से ना डरें.
उन्होंने कहा कि एक साक्षात्कार में अमेरिका के प्रसिद्ध बास्केटबॉल खिलाड़ी से पूछा गया कि उनकी सफलता का राज क्या है. तो उन्होंने साक्षात्कार कर्ता से ही पूछ डाला कि उन्हें सफलता का राज ही क्यों पूछा जाता है उन्होंने कहा की 9000 गलत शॉर्ट्स के बाद उसे यह सफलता मिली है. विफलता के बाद ही सफलता है, जो असफल होते हैं वही सफल होते हैं. जो गिरता है, वही उठता है फिर गिरता फिर उठता है फिर उठता है वही चैंपियन होता है. कठिनाइयां पहले भी थी, अभी भी है, आगे भी रहेगी. कठिनाइयों से कभी ना घबराए, संसाधनों की कमी का रोना ना रोए, संसाधनों की कमी का दोषारोपण किसी पर न लगाएं. सफलता की एक ही कुंजी है – मेहनत, मेहनत और मेहनत. छोटे बच्चे खेल के क्षेत्र में आएं,खेलें और खेल में आगे बढ़ें. ऐसे खेलों का आयोजन प्रायोजकों की सहायता से ही संभव है. इसलिए मैं बलराज जैसे लोगों का धन्यवाद अदा करता हूं ऐसे बहुत कम लोग होते हैं. बलराज का बच्चों को आगे बढ़ाने में काफी योगदान रहता है, मैं सिंहभूम में कहीं भी जाता हूं तो प्रायः उनके विद्यालय मधुसूदन का नाम सुनता हूं. वे धन्यवाद के पात्र हैं.ऐसे ही लोगों की वजह से खेलों को प्रोत्साहन मिलता है.
पश्चिम सिंहभूम बैडमिंटन एसोसिएशन के सचिव अशोक जोशी ने जानकारी देते हुए बताया कि यथाशीघ्र 35 वर्ष से अधिक आयु वर्गों के लिए पश्चिम सिंहभूम जिला बैडमिंटन एसोसिएशन एक ओपन युगल प्रतियोगिता का आयोजन करने जा रही है. उन्होंने घोषणा करते हुए कहा की इस वर्ष दिसंबर माह में जूनियर बच्चों के लिए एक शिविर का आयोजन किया जा रहा है. जिसमें प्रशिक्षक और सीनियर खिलाड़ियों के द्वारा बच्चों को 15 से 20 दिनों का प्रशिक्षण दिया जाएगा. ऑल इंडिया बैडमिंटन एसोसिएशन द्वारा शीघ्र ही 11 वर्ष से कम आयु वर्ग के लिए ऑल इंडिया बैडमिंटन चैंपियनशिप की शुरुआत करने की घोषणा की गई है. इसके लिए पश्चिम सिंहभूम जिला बैडमिंटन एसोसिएशन भी 11 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को तराशने का काम करेगी. ताकि इस प्रतियोगिता में पश्चिम सिंहभूम की भी भागीदारी रहे. आज के इस समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में डीआईजी कोल्हान अजय लिंडा, पश्चिम सिंहभूम जिला के पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर, एसडीपीओ सदर दिलीप खलखो, एसडीपीओ जगन्नाथपुर एवं मनोहरपुर, जिला खेल पदाधिकारी पश्चिम सिंहभूम राजेश चौधरी, चाईबासा व्यवहार न्यायालय के न्यायाधीश अपर्णा रश्मि कुजूर, अरविंद विजय बिलुंग शिक्षा निदेशक रांची, पश्चिम सिंहभूम जिला क्रिकेट संघ के सचिव असीम कुमार सिंह, मधुसूदन विद्यालय के निदेशक बलराज हिंन्दुवार, थाना प्रभारी सदर चाईबासा निरंजन तिवारी, रवि केसरी रांची, ओम प्रकाश गुप्ता, विनय निषाद के अलावे जिला बैडमिंटन एसोसिएशन के सदस्य सोहनलाल मुंधड़ा, शिवरतन जोशी, आयुष दोदराजका, कुणाल श्राप, ओम प्रकाश गुप्ता, सुब्रत दास, बासुदेव महतो के अलावे मैच रेफरी सुशील पूर्ति, जगदीश जामुदा, राजेश बारी, राहुल कुमार, संजय हेंब्रम, विकास मुर्मू , आकाश प्रसाद, बलराम मुन्दुइया, नदीम शेख आदि मौजूद थे. मंच का संचालन जगदीश जामुदा के द्वारा किया गया.
इस प्रतियोगिता के फाइनल मुकाबला का परिणाम:-
अंडर 15 बालक एकल वर्ग में डी.ए. वी. चाईबासा के यशवर्धन जोशी ने डीएवी चाईबासा के ही यशवर्धन मूंधड़ा को 21- 7, 21- 11 से हराकर विजेता बनने का गौरव हासिल किया उसी प्रकार से डीएवी चाईबासा के यशवर्धन जोशी ने अपने साथी खिलाड़ी प्रतीक सुरीन के साथ मधुसूदन महतो उच्च विद्यालय असंतलिया चक्रधरपुर के पंकज महतो एवं नरेंद्र बोदरा की जोड़ी को 21 – 19, 21 – 4 से हराया. अंडर 13 बालक एकल वर्ग में मधुसूदन महतो उच्च विद्यालय असंतलिया चक्रधरपुर के सोनाराम बिरहोर ने एक कड़ा संघर्ष में संत विवेका इंग्लिश स्कूल चाईबासा के अंकित बानरा को 21-16, 19 – 21, 21-10 से हराकर इस आयु वर्ग का खिताब अपने नाम कर लिया. इस आयु वर्ग के बालक युगल में नमन टोप्पो एवं समीर लागुरी की जोड़ी ने सोनाराम बिरहोर एवं बुंटू बिरहोर की जोड़ी को 22 – 20, 20 – 22 , 21 – 19 से हराकर खिताब अपने नाम कर लिया.