Chaibasa (चाईबासा) : सारंडा जंगल में हुए नक्सली हमले में घायल अपने भाई से मिलने के लिए खरसावां विधायक दशरथ गागराई शनिवार को राउरकेला के अपोलो अस्पताल पहुंचे। विधायक के साथ समाजसेवी विजय सिंह गागराई भी मौजूद थे। दोनों ने अस्पताल में घायल जवान से मुलाकात कर उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली और अस्पताल प्रबंधन से बेहतर इलाज सुनिश्चित करने का आग्रह किया।
सारंडा जंगल में नक्सली हमला : सीआरपीएफ हेड कॉन्स्टेबल महेंद्र लश्कर शहीद, तीन जवान घायल
घायल जवान रामकृष्ण गागराई, सीआरपीएफ की 60वीं बटालियन में एएसआई (सहायक उपनिरीक्षक) के पद पर कार्यरत हैं। वह शुक्रवार शाम सारंडा के जंगल में हुए नक्सली आईईडी ब्लास्ट में गंभीर रूप से घायल हो गए थे। फिलहाल उनकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है और उनका इलाज जारी है।
बताया गया कि यह हमला उस समय हुआ जब सीआरपीएफ जवान घायल इंस्पेक्टर कौशल कुमार मिश्रा (केके मिश्रा) को उपचार के लिए ले जा रहे थे। इसी दौरान नक्सलियों ने दोबारा हमला कर दिया, जिसमें रामकृष्ण गागराई और हेड कॉन्स्टेबल महेंद्र लश्कर घायल हो गए थे। बाद में इलाज के दौरान महेंद्र लश्कर ने वीरगति प्राप्त की।
विधायक दशरथ गागराई ने अपने भाई की स्थिति देखकर चिंता व्यक्त की और कहा कि सरकार घायल जवानों के बेहतर उपचार और सुरक्षा बलों की मनोबल वृद्धि के लिए हर संभव कदम उठाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह की कायराना हरकतों से सुरक्षाबलों का हौसला कमजोर नहीं होगा।
परिवार में भी इस घटना के बाद तनाव और चिंता का माहौल है। विधायक दशरथ गागराई और समाजसेवी विजय सिंह गागराई दोनों अपने सामाजिक कार्यों के लिए जाने जाते हैं और उन्होंने घायल जवानों के परिवारों को हर संभव सहायता का भरोसा दिया है।