Jagnnathpur (जगन्नाथपुर) : जगन्नाथपुर मुख्यालय ग्रामीण विकास विभाग झारखंड सरकार के जेएसएलपीएस द्वारा जेंडर आधारित हिंसा के विरूद्ध जेंडर अभियान नई चेतना कार्यक्रम के तहत खेलखुद के माध्यम से जागरूकता खेलखुद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जेंडर आधारित हिंसा को एक चिंता के रूप में उठाया गया है, जो महिलाओं के जीवन और गतिशीलता को बुरी तरह प्रभावित करता है।इसी मुद्दे की गंभीरता को देखते हुए और जेंडर पर काम को गति देने के लिए ग्रामीण विकास मंत्रालय की ओर से लिंग आधारित हिंसा के विरूद्ध राष्ट्रीय अभियान शुरू किया गया है।
यह जागरूकता कार्यक्रम जगन्नाथपुर प्रखंड स्टेडियम में आयोजित की गई। माध्यम से महिलाओं के खिलाफ हिंसा से जुड़े पहलुओं, महिला हिंसा की रोकथाम, सुरक्षा, महिला सशक्तीकरण, जेंडरों के अधिकारों के तहत कई खेलकूद फुटबॉल जैसे कहीं खेलकूद कार्यक्रम आयोजित की गई। कार्यक्रम में मुख्य रूप से जगन्नाथपुर विधायक सोनाराम सिंकु, विशिष्ट अतिथि के रूप में अंचल अधिकारी मनोज कुमार व कई पंचायत की मुखिया सहित बीपीएम देवव्रत सिन्हा उपास्थित थे।
इस मौके पर मुख्य अतिथि जगन्नाथपुर विधायक सोनाराम सिंकु ने कार्यक्रम में महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि महिलाओं की समाज में बहुत बड़ी भागीदारी है। जब से महिला महिला समूह में आई है एक अच्छा काम की है गांव में पुरुष एक झुंड बनाकर जुआ खेलते थे उसको महिला समूह ने पूरी तरह खत्म कर दिया है। जो बहुत ही अच्छा कार्य कर रही है.उन्होने महिलाओं को अपने साथ हो रहे अत्याचारों के संबंध में आवाज उठानी चाहिए। समाज में बेटियों को पढ़ाने तथा बाल विवाह, दहेज प्रथा जैसी कुप्रथाओं को रोकने के लिए प्रयास करने चाहिए।
जागरूक महिलाएं ही समाज में ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को जागरूक कर सकती है। उन्होंने उपस्थित महिलाओं की बड़ी तादाद में मौजूदगी को लेकर खुशी व्यक्त की और कहा कि महिलाओं की भागीदारी से न केवल सामाजिक बदलाव की राह प्रशस्त होगी बल्कि बाल विवाह रोकथाम, दहेज प्रथा उन्मूलन को भी बढ़ावा मिलेगा और जागरूकता पैदा होगी।
वही संबोधित करते हुए जगन्नाथपुर अंचल अधिकारी मनोज कुमार ने कहा कि निश्चित ही हमारे समाज में लिप्त बाल विवाह एवं डायन प्रथा ऐसी कुरीतियां है जिसे खत्म करने के लिए हम सभी को मिलकर सामूहिक प्रयास करना होगा। उन्होंने कहा कि गांव घरों में डायन के नाम पर कई महिलाएं मार दी जाती है या समाज में लिप्त शिक्षा को दर्शा रहा है अगर इसे मिटाना है तो लोगों को जागरूक करना होगा।
जेएसएलपीएस के बीपीएम देवव्रत सिन्हा ने कहा कि यह अभियान का उद्देश्य महिला बिना किसी डर और भेदभाव के गरिमा पूर्ण जीवन के लिए संरचनात्मक बाधाओं को दूर करके महिलाओं और जेंडर विविध व्यक्तियों के अधिकार बढ़ाना और उनके जीवन को भय व जेंडर आधारित भेदभाव से मुक्त करना है। इन अभियान की गतिविधियों से स्वयं सहायता समूह के सदस्यों के बीच जेंडर आधारित हिंसा (जीबीवी) के बारे में जागरूकता बढ़ेगी और जीबीवी रिपोर्टिंग को बढ़ावा मिलेगा। इस मौके पर अबिद हुस्सेन ,चंद्रशेखर महतो,प्रखंड की सखी मंडल, समूह की कार्यकर्ता सहित महिला समूह उपस्थित थे।