Saraikela: 26 जून “वर्ल्ड एंटी ड्रग डे” के मौके पर आदित्यपुर स्थित ऑटो क्लस्टर सभागार में जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया. जिसमें नशे के विरुद्ध लोगों को जागरूक करने के साथ नशे के फैले कारोबार पर रोक लगाने की भी रणनीति तैयार की गई.
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कार्यक्रम में स्कूल -कॉलेज के शिक्षकों जिले के तमाम आला अधिकारियों को विशेष तौर पर आमंत्रित किया गया. जिन्हें नशा अभियान रोकने संबंधित विशेष जानकारियां प्रदान की गई. कार्यक्रम में बतौर मुख्य वक्ता के रूप में मौजूद सरायकेला उपायुक्त अरवा राजकमल ने कहा की कार्यशाला के माध्यम से प्राप्त जानकारियों को शिक्षक और अधिकारी ,छात्र और लोगों को बताकर उन्हें भी जागरूक करें, ताकि नशे के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान को सफलतापूर्वक पूरा किया जा सके. नशा मुक्त भारत अभियान के के संबंध में जानकारी देते हुए उपायुक्त ने बताया कि भारत सरकार द्वारा नशा के विरुद्ध अभियान चलाए जाने के उद्देश्य से देश भर के 58 जिलों में नशा मुक्ति केंद्र और रिहैबिलिटेशन सेंटर ,नारकोड स्थापित किए जा रहे हैं. जिसके तहत सरायकेला- खरसावां जिले के सदर अस्पताल में भी अगले वित्तीय वर्ष में इन सेंटरों को स्थापित किया जाएगा. उपायुक्त ने कहा कि अफीम- गांजे की खेती करने वाले लोगों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई किए जाने के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में अफीम गांजा की खेती करने वालों की सूचना ना देने वाले वन विभाग के निचले कर्मचारियों और लोगों के विरुद्ध भी मामला दर्ज करने की पहल की जाएगी. उपायुक्त ने कहा कि नशे कारोबारियों को कड़ी सजा दिलाने के मामलों में भी तेजी आई है .2 साल पहले जिले में पहली बार नशे के विरुद्ध केस में कनविक्शन हुआ ,जो लगातार जारी है. इस मौके पर कार्यशाला को संबोधित करते हुए एसपी आनंद प्रकाश ने कहा कि सरायकेला- खरसावां जिले के सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्र में अफीम -गांजा की खेती और कारोबार होता है. जबकि आदित्यपुर रिहायशी क्षेत्र में ब्राउन शुगर का कारोबार होता है. जिसे रोकने के लिए पुलिस द्वारा कई कारगर उपाय किए जा रहे हैं .उन्होंने आम लोगों से अपील की है कि वे पुलिस को नशे के विरुद्ध होने वाले अभियान की सूचना प्रदान करें.
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कार्यशाला में वक्ता के रूप में मौजूद डीएसपी मुख्यालय चंदन वत्स ने सरायकेला जिले में व्याप्त नशे कारोबार और युवाओं में फैले नशे किल्लत के संबंध में विस्तार पूर्वक जानकारी दी इन्होंने बताया कि सरायकेला जिले का आदित्यपुर थाना क्षेत्र ब्राउन शुगर हब के रूप में कई सालों से विकसित है. यहां पश्चिम बंगाल ,उड़ीसा, समेत पड़ोसी राज्यों से ब्राउन शुगर की खेप पहुंचती है. पुलिस द्वारा कई मामलों में बड़े कार्रवाई किए जाते हैं ,बावजूद इसके यहां कारोबार चलता रहता है. उन्होंने बताया कि कपाली ओपी क्षेत्र में कोडिन (कफ सिरप में पाए जाने वाला तत्व) का नशा युवाओं में जबरदस्त तरीके से फैला है डीएसपी मुख्यालय ने नशे के विरुद्ध कानूनी प्रावधानों की जानकारी देते हुए बताया कि नशे कारोबारियों पर शिकंजा कसने के लिए पुलिस उनके संपत्ति को भी सीज कर सकती है.
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