Chaibasa (चाईबासा) : ऐतिहासिक हूल दिवस के अवसर पर आज चाईबासा के लुपुंगुटु गाँव में एआईडीएसओ की पश्चिमी सिंहभूम चाईबासा नगर कमेटी ने महान क्रांतिकारी स्वतंत्रता सेनानी सिद्धू-कान्हू को श्रद्धापूर्वक याद किया. इस अवसर पर संगठन ने छात्रों को देश के गौरवशाली लड़ाकू इतिहास से प्रेरणा लेने और वर्तमान चुनौतियों का सामना करने का आह्वान किया.
AIDSO पश्चिमी सिंहभूम जिला कमेटी के कोषाध्यक्ष डेविड तमसोय के नेतृत्व में छात्रों ने सर्वप्रथम स्वतंत्रता सेनानी सिद्धू-कान्हू और फूलो-झानो के चित्रों पर माल्यार्पण कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की. श्री तमसोय ने छात्रों को भारत के गौरवशाली संघर्षों से अवगत कराते हुए उनसे वर्तमान समय में इन महान क्रांतिकारियों से प्रेरणा लेने की अपील की.
इस मौके पर उपस्थित संगठन के जिला सचिव सत्येन महतो ने आदिवासी समाज के क्रांतिकारी इतिहास पर प्रकाश डालते हुए कहा कि झारखंड का इतिहास पूरे देश के लिए प्रेरणा का स्रोत है। लेकिन दुर्भाग्यवश, यहाँ के शासक वर्ग की साजिशों के कारण दिन-ब-दिन स्कूल-कॉलेजों के पाठ्यक्रम से इन महान विभूतियों के जीवन और संघर्षों को हटाया जा रहा है। इसके साथ ही लोगों में ‘खाओ-पियो मौज करो’ की मानसिकता भरी जा रही है।
श्री महतो ने आगे कहा कि सत्ताधारी शासक वर्ग भारत के गौरवपूर्ण इतिहास को तोड़-मरोड़ कर पेश कर रहा है, इतिहास का विकृतिकरण कर रहा है, और शिक्षा को बाज़ार की एक सामग्री के रूप में बदल रहा है। उन्होंने छात्रों से इन साजिशों को समझने और इन महापुरुषों के जीवन से सीख लेकर देश को सुधारने के लिए आगे आने का आग्रह किया।
कार्यक्रम का संचालन पांडूसिंह खूंटीआ ने किया। अनीष्का पूर्ति, प्रेमचंद बोइपाई और बिरसा तिरिया सहित अन्य छात्रों ने कार्यक्रम को सफलतापूर्वक संचालित करने में पूर्ण सहयोग दिया।