Chaibasa : प्रस्तावित टाटा-कालिंगनगर डेवलपमेंट कॉरिडोर के विरोध में खैरबनी ग्रामसभा एवं झारखंड पुनरुत्थान अभियान द्वारा आयोजित पदयात्रा का कोल्हान भूमि बचाओ समिति ने समर्थन किया है. इस संबंध में समिति के अध्यक्ष विनोद सावैयां का कहना है कि इस कॉरिडोर के अलावे टाटा स्थित खैरबनी में प्रस्तावित कचरा निस्तारण प्लांट का भी हमलोग विरोध करते हैं. यह पदयात्रा टाटा से शुरू होकर ओड़िशा के कालिंगनगर तक जायेगी.
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विनोद सावैयां ने कहा कि यह कॉरिडोर टाटा से कालिंगनगर तक 300 किलोमीटर लंबा होगा. इसके तहत सड़क का चौड़ीकरण भी होगा और चौड़ीकरण में आदिवासियों की जमीन भी जाएगी. यह हमें मंजूर नहीं है. क्योंकि इस प्रोजेक्ट से आदिवासियों तथा मूलवासियों की जमीन तो जायेगी ही साथ ही उनकी संस्कृति भी बुरी तरह से प्रभावित होगी. इसलिये टाटा की इस मेगा प्रोजेक्ट का हर स्तर पर पुरजोर विरोध होगा. यह कॉरिडोर आदिवासियों तथा मूलवासियों के लिये डेथ वारंट के समान है. विकास के नाम पर आदिवासी जमीन लूटने की यह एक शातिराना चाल है. सड़क चौड़ीकरण के नाम पर आदिवासियों की जमीन लूटने की यह साजिश है.
इस पदयात्रा में समिति की ओर से उपाध्यक्ष डीबर देवगम, सचिव भगवान देवगम, मीडिया प्रभारी चाहत देवगम, सुखलाल सावैयां, विजय देवगम, प्रताप सावैयां, लक्ष्मण सावैयां, श्याम सावैयां, खुरपा सावैयां, साहू बिरुवा, पात्रा बिरुवा आदि शामिल हैं.
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