चाईबासा : पश्चिमी जिले के गांवों में माघे पर्व मनाने की तिथि की घोषणा का सिलसिला शुरू हो गया है। इसी क्रम में रविवार को शहर से सटे गांव मतकमहातु व कमरहातु में 1 मार्च को माघे पर्व मनाने की घोषणा की गयी है। इस संबंध में रविवार को मतकमहातु ग्रामसभा में मतकमहातु व कमरहातु के ग्रामीणों की संयुक्त बैठक हुई।
मुख्य दिऊरी चंद्रमोहन देवगम उर्फ डाडू तथा ग्राम मुंडा धनुर्जय देवगम की अध्यक्षता में आयोजित इस ग्रामसभा में रायशुमारी के बाद सर्वसम्मति से माघे पर्व समेत अन्य पर्वों की तिथि निर्धारित की गयी। तत्पश्चात उसकी घोषणा की गयी।
घोषणा के मुताबिक इन दोनों गांवों में माघे पर्व एक मार्च को होगा। इसके अलावे बोड़ोबोंजी 21 फरवरी, अनादेर 25 फरवरी, गौमारा 26 फरवरी, गोवा बोंगा ओते इली 28 फरवरी, गुरीई पोरोब 29 फरवरी, माघे पोरोब एक मार्च, माघे जतरा 2 मार्च, हर मागेया 3 मार्च को मनाया जायेगा। वहीं बा पर्व मनाने के लिये 15 मार्च की तिथि तय की गयी। ग्राम मुंडा धनुर्जय देवगम ने कहा कि संस्कृति ही हमारी मौलिक पहचान है। इसके संरक्षण की नैतिक जिम्मेदारी हम सबों की है। लिहाजा अपने पर्व-त्योहार को ना भूलें। दिऊरी डाडू देवगम ने कहा कि हमें अपनी परंपराओं और रुढ़िगत मान्यताओं को आत्मसात करने की जरूरत है। तभी हम अपनी संस्कृति को निकट से जान सकेंगे।
इस मौके पर मतकमहातु मुंडा धनुर्जय देवगम,
कमरहातु मुंडा बिरसा देवगम,
दियुरी चंद्रमोहन देवगम, जतरा दिउरी मंगल सिंह देवगम, चाहत देवगम, धर्मराज देवगम, सुरेंद्र देवगम, नारायण देवगम, तुराम देवगम, नरंगा देवगम उर्फ पप्पू, मानकी देवगम, सन्नी देवगम, सविता देवगम, मंजु देवगम, कुन्ती देवगम, गंगाराम देवगम, विक्रम देवगम, संध्या देवगम, अर्जुन गोप समेत अन्य ग्रामीण मौजूद थे।