Chaibasa : विधायक दीपक बिरुवा ने मंगलवार को टोंटो प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत देव नदी में टोंटो-टोपाबेड़ा के बीच पुल निर्माण कार्य का भूमि पूजन कर निर्माण कार्य शुरू किया.
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इस मौके पर विधायक ने कहा कि हम हमेशा विकास की राजनीति किए हैं और विकास की राजनीति कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि अभी मेरे निर्वाचित होने से विधानसभा क्षेत्र में काफी विकास हुआ है. परंतु अभी भी विधानसभा क्षेत्र विकास के मामले पिछड़ा है. उन पिछड़ापन को दूर करने के लिए मैं लगातार कोशिश कर रहा हूं. अपने विधानसभा क्षेत्र की समस्याओं का समाधान करने हेतु उन मुद्दों को लगातार विधानसभा में उठा रहा हूं.
उन्होंने कहा कि क्षेत्र में बहुत सारी जटिल समस्याएं थी. परंतु हम अपने स्तर से बहुत सारी जटिल समस्याओं का समाधान किए हैं. बाकी बचे हुए समस्याओं का शीघ्र समाधान किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इस पुल का निर्माण होने से इस क्षेत्र के दर्जनों गांव सीधे प्रखंड मुख्यालय से जुड़ जाएगा. अब लोगों को आवागमन करने में काफी सुविधा होगी. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार लगातार विकास कार्य कर रही है. आज सभी गांव में सड़क, बिजली, पानी, स्वास्थ्य एवं शिक्षा पर काम कर रही है. टोंटो से टोपाबेड़ा गांव जाने के लिये पुल की जरूरत थी. पुल नहीं होने के कारण ग्रामीणों को बरसात में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता था. यहां के ग्रामीण काफी समय से पूल की मांग कर रहे थे. चूंकि ग्रामीणों को नदी पार कर के जाना पड़ता था. काफी कठिनाई को सामना करना पड़ता है. स्कूली बच्चों का भी दर्द को समझ वर्षों का सपना को पूरा किया. इस दौरान ग्रामीण ने विधायक को बधाई दी. वहीं विधायक ने पुल निर्माण कार्य से संबंधित संवेदक एवं अधिकारियों से कहा कि पुल निर्माण कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही एवं अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी. पुल निर्माण का कार्य हर हाल में मानक अनुसार एवं समय-सीमा के अंदर पूर्ण हो जाना चाहिए. वहीं पुल निर्माण कार्य की शिलान्यास की खबर सुनकर आस-पास के लोगों की भीड़ शिलान्यास स्थल पर उमड़ पड़ी. इसके पहले विधायक का आदिवासी रीती रीवाज में मांदल नगाड़े की धुन नाच गान गाकर स्वागत किया गया. पुल निर्माण का प्राक्कलित राशि करीब 5 करोड़ की लागत से किया जायेगा.
मौके पर टोंटो प्रखंड जिला परिषद सदस्य राज तुबिद, झामुमो के पूर्व जिला प्रवक्ता बुधराम लागुरी, उप प्रमुख मुक्ता लागुरी, दिनेश कुम्हार, सुरा लागुरी, अनादि नागूरी, रामरई दोराईबुरु, लखन लागुरी, ग्रामीण मुंडा दामु लागुरी, टोपाबेड़ा ग्रामीण मुंडा कानू लागुरी, डोंका लागुरी, प्रदीप लागुरी, घनश्याम लागुरी, लखन लागुरी, नाथूराम लागूरी, कृष्णा लागुरी, सुखराम लागुरी, चंद्र पूर्ति समेत काफी संख्या में महिला पुरुष मौजूद थे.