Chaibasa :- अगर किसी को अच्छा करने की या किसी को मदद पहुंचाने की इच्छा हो, तो वह किसी त्यौहार या अवसर का इंतजार नहीं करता है, बल्कि अपने काम से उस दिन को ही विशेष दिन बना सकता है. ऐसा ही कुछ कार्य शहर चाईबासा के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सदर चाईबासा दिलीप खलखो के द्वारा आज किया गया. आज दिलीप खलखो के चाईबासा में पदस्थापित के साथ ही कार्यकाल के 2 वर्ष पूरे हो जाने पर उन्होंने आज उरांव समाज रक्तदान समूह के द्वारा किए जा रहे कार्यों से प्रभावित होकर अपने दल बल के साथ ब्लड बैंक चाईबासा में आकर अपना रक्तदान किया. साथ ही अपने जवानों से भी रक्तदान करवाएं. इस अवसर पर रक्तदान समूह से जुड़कर समूह गौरव को बढ़ाने के लिए अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी दिलीप खलखो को उरांव समाज के द्वारा पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया गया.
मौके पर दिलीप खलखो ने बताया कि रक्त ही एक ऐसा विकल्प है जो इंसान को इंसान से जोड़ता है और वे उरांव समाज रक्तदान समूह को पिछले कई माह से देख रहे हैं. यह समूह जिले के जितने भी मरीजों को रक्त की आवश्यकता होती है और जैसे ही इस समूह को इसकी सूचना मिलती है. तुरंत यह समूह उसे रक्त उपलब्ध करवाता है. सचमुच यह इंसानियत धर्म का बहुत बड़ा काम है और मैं भी इस मुहिम में शामिल हूं. उन्होंने कहा कि आज की युवाओं को भी इस तरह के कार्य से प्रेरणा लेनी चाहिए और अपना अपना रक्त का दान जरूर करना चाहिए. क्योंकि रक्तदान करने से ना सिर्फ उक्त मरीज को लाभ मिलता है. बल्कि रक्तदान करने वालों को भी बहुत लाभ मिलता है और उनका शरीर हमेशा ऊर्जावान बना रहता है. मैं विशेष रूप से उरांव समाज रक्तदान समूह के मुख्य संचालक “ब्लडमैन” लालू कुजुर का सम्मान करता हूं कि हमेशा से ऐसे कार्य में तत्पर रहते हैं. साथ ही साथ उरांव समाज के सभी अधिकारी, पदाधिकारी को भी मैं धन्यवाद देता हूं कि इस तरह के कार्य में अपना अपना योगदान देते हैं. आज के इस रक्तदान कार्यक्रम में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी दिलीप खलखो के अलावे के आशा खलखो, राजु तिग्गा एवं पुलिस बल के जवान संजय उरांव, राजाराम हेम्ब्रम व मनोज मुण्डा ने भी रक्तदान किया.
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में बल्ड बैंक के इन्दरनियम दास (नील) एवं आदिवासी उरांव समाज के अध्यक्ष संचू तिर्की, सचिव अनिल लकड़ा सहित सहदेव किस्पोट्टा, बाबूलाल बरहा, लक्ष्मण बरहा, वार्ड पार्षद लक्ष्मी कच्छप के अलावे उरांव समाज रक्तदान समूह के सक्रिय सदस्य लालू कुजूर, सुमित बरहा, किशन बरहा, राजु तिग्गा, बिक्रम खलखो, बिष्णु मिंज, प्रकाश गुप्ता, पंकज खलखो, खुदिया कुजूर, जगरनाथ भुइंया, बंधन खलखो, आशा खलखो, सोनम एक्का आदि उपस्थित थे.