Jagnnathpur:- जगन्नाथपुर व नोवामुंडी प्रखंड व अंचल कार्यालय में जाति, आय, आवासीय प्रमाण पत्र निर्गत कराने तथा जन्म, मृत्यु प्रमाण पत्र, परिवारिक पेंशन हेतु अविवाहित प्रमाण पत्र, परिवारिक सूची निर्गत करने, जमीन का सीमांकन, भूमि स्वामित्व, उतराधिकारी नामांतरण कार्यों में वेवजह परेशान करने की शिकायत गुरुवार को आदिवासी हो समाज युवा महासभा जगन्नाथपुर अनुमंडल कमिटि ने अनुमंडल पदाधिकारी जगन्नाथपुर से की है। एसडीओ को सौपें गये आवेदन में कहा है कि जाति,आय, आवासीय प्रमाण पत्र निर्गत करने में लापरवाही कर्मचारियों के वजह से अन्य प्रखंड़ों की अपेक्षा जगन्नाथपुर प्रखंड में काफी धीमी गति में चल है।
सरकार ने ऑन लाईन की व्यवस्था की है। बावजूद कर्मचारी से पहले जांच कर सत्यापित कराई जाती है। अन्य प्रखंड़ों में कर्मचारी से पहले सत्यापित नहीं कराई जाती है, सीधा प्रज्ञा केंद्रों के माध्यम से ऑन लाईन कराई जाती है। सत्यापित कराने जाने पर प्रखंड कार्यालय में कर्मचारी नदारत रहते है। कर्मचारी कार्यालय में उपस्थित रहने पर भी, मुश्किल से घंटों इंतजार के बाद सुदूर ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले विद्यार्थियों का कार्य होता हैं। जन्म, मृत्यु प्रमाण निर्गत करने के एवज में जगन्नाथपुर व नोवामुंडी प्रखंड के पंचायत सेवकों के द्वारा 500 रु से 1000 रूपए लिया जाता है। पंचायत सेवक लाभुकों से आवेदन लेकर कई सप्ताहों व महीनों तक अपने पास रखे रहते हैं। लाभुकों से मजिस् ट्रेट एफिडेविट की मांग की जाती है । जबकि सरकारी गाईड लाईन में मजिस्ट्रेट एफिडेविट की अनिवार्यता नहीं है। परिवारिक पेंशन हेतु अविवाहित प्रमाण पत्र व परिवारिक सूची के लाभुकों को वेवजह दौड़ाने का कार्य किया जाता है। भूमि सीमांकन, भूमि स्वामित्व और उतराधिकारी नामांतरण कार्यों में लोगों को कार्यालय का चक्कर लगवाया जाता है। कार्य के एवज में कर्मचारियों के द्वारा 10 से 15 हजार रुपये तक की मांग की जाती है, तभी उस लाभुक का कार्य होता है। ज्ञापन सौंपने वालों में अनुमंडल अध्यक्ष बलराम लागुरी, पूर्व केंद्रीय महासचिव सोमा कोड़ा, पूर्व अनुमंडल अध्यक्ष मंजीत कोड़ा, प्रखंड अध्यक्ष पुत्कर लागुरी, गोपी लागुरी आदि शामिल थे।