Gamhariya : एक्सआईटीई कॉलेज, गम्हरिया ने शनिवार को ‘व्यापार, वाणिज्य, मानविकी व सामाजिक विज्ञान में पारंपरिक रुझान और समकालीन चुनौतियों’ विषय पर यूजीसी द्वारा प्रायोजित एक दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस राष्ट्रीय सम्मेलन को भारतीय सामाजिक परिषद द्वारा प्रायोजित किया गया था।
कार्यक्रम का उद्घाटन संयोजक फादर मुक्ति क्लेरेंस, वाइस प्रिंसिपल और संयोजक द्वारा किया गया। तत्पश्चात कॉलेज के छात्र-छात्राओं द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर प्रार्थना नृत्य की प्रस्तुति की गई। स्वागत भाषण प्रिंसिपल फादर डॉ0 ई.ए.फ्रांसिस ने दिया। इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में कोल्हान विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 गंगाधर पांडा और एक्सएलआरआई के डीन ऑफ एकेडमिक्स डॉ0 संजय पात्रो उपस्थित थे। इस मौके पर कुलपति डॉ0 पांडा ने सम्मेलन की गतिशीलता प्रस्तुत करते हुए इस तरह के प्रासंगिक विषय पर सम्मेलन आयोजित करने के लिए संस्थान की प्रशंसा की। उन्होंने गतिशील दुनिया में अनुसंधान के महत्व पर जोर दिया। इस मौके पर एक्सएलआरआई के डीन ऑफ एकेडमिक्स डॉ0 संजय पात्रो ने अपने शोध कार्य को साझा किया और वीयूसीए व प्रौद्योगिकी में हाल के रुझानों के बावत जानकारी दी।टाटा स्टील लॉन्ग प्रोडक्ट के प्रमुख सुदीप्तो लाहिरी ने कहा कि हमारी नैतिक और मूल्य प्रणाली को ध्यान में रखते हुए प्रौद्योगिकी का उपयोग करने की आवश्यकता है। कोल्हान विश्वविद्यालय के एनईपी समन्वयक आरके कर्ण ने श्रोताओं के साथ एनईपी के प्रावधानों को साझा किया और बताया कि यह कैसे हमारी वर्तमान शिक्षा प्रणाली में बहुत आवश्यक परिवर्तन लाएगा। तत्पश्चात सम्मेलन का तकनीकी सत्र शुरू हुआ। इस दौरान तकनीकी सत्र में अध्यक्ष डॉ0 अर्चना सिन्हा, डॉ0 पीके पाणी, डॉ0 डीके मित्रा, डॉ0 मनोदीप रॉय चौधरी और प्रो0 सोमा सूर आदि शामिल थे। समापन सत्र के दौरान वक्ता के रूप में उपस्थित आरकेएफएल के सीपीओ शक्ति प्रसाद सेनापति, अमलगम स्टील के अध्यक्ष वीएसवी गिरिधर आदि ने प्रतिभागियों और आयोजकों को राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित करने और पेपर प्रस्तुतकर्ताओं को अपने विचार साझा करने हेतु मंच देने के लिए प्रोत्साहित किया। इस दौरान कुल 80 शोध पत्र प्राप्त हुए जिसमें 65 शोध पत्र स्वीकार किए गए। इस सम्मेलन में देश के 12 राज्यों के 23 विश्वविद्यालयों से एक सौ से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया था जिसमे 25 पुरुष प्रतिभागी और 49 महिला प्रतिभागियों ने अपना शोध पत्र प्रस्तुत किया।कार्यक्रम के सफल आयोजन में उप प्राचार्य फादर मुक्ति, डॉ0 पार्था प्रिय दास, प्रो0 डॉ0 संचिता घोष चौधरी, डॉ0 पोंपी सेन गुप्ता, डॉ0 प्रमोद, प्रो0 अमित, प्रो0 निशिथ सिंह, प्रो0 सुष्मिता सेन, डॉ0 राधा महाली, प्रो0 शालू कांत आदि का प्रमुख योगदान रहा। इस अवसर पर मंच पर मौजूद गणमान्य व्यक्तियों में टाटा स्टील लॉन्ग प्रोडक्ट के एचआर हेड श्री सुदीप्तो लाहिरी, कोल्हान विश्वविद्यालय की संस्कृत विभागाध्यक्ष डॉ0 अर्चना सिन्हा, जमशेदपुर को-ऑपरेटिव कॉलेज के वाणिज्य विभाग के प्रोफेसर डॉ0 डीके मित्र, कोल्हान विश्वविद्यालय के वित्त अधिकारी डॉ0 प्रभात कुमार पाणि आदि उपस्थित थे।