Kharsawan: खरसावां शहीद दिवस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आगमन का कार्यक्रम अपरिहार्य कारणों से रद्द हो गया. राज्य के आदिवासी कल्याण एवं परिवहन मंत्री चंपई सोरेन के नेतृत्व में झामुमो के मंत्री और विधायकों ने शहीद स्थल पहुंचकर शहीद बेदी पर माल्यार्पण करते हुए शहीदों को नमन किया. जिसमें मुख्य रुप से समाज कल्याण मंत्री जोबा मांझी, खरसावां विधायक दशरथ गागराई, चाईबासा विधायक दीपक बिरुवा, चक्रधरपुर विधायक सुखराम उरांव मुख्य रूप से मौजूद रहे.
चंपई सोरेन ,मंत्री
शहीदों को श्रद्धांजलि देने के उपरांत मंत्री चंपई सोरेन ने कहा की खरसावां गोलीकांड से ही झारखंड आंदोलन का बीजारोपण हुआ था. जिसके बाद दिशोम गुरु शिबू सोरेन के नेतृत्व में झारखंड अलग राज्य की लड़ाई हमने लड़ी. इसका नतीजा रहा कि आज झारखंड अलग राज्य बना. जल, जंगल, जमीन से जुड़े पूर्वजों ने इस धरती पर बलिदान देकर अस्मिता की रक्षा की थी.आज हम उन्हें नम आंखों से याद करते हैं. मंत्री चंपई सोरेन ने कहा कि एक तरफ 1 जनवरी को जहां पूरा देश और राज्य खुशियां मनाता है. वही खरसावां के लोग अपने पूर्वजों की याद में शोक में डूबे रहते हैं. खरसावां के वीर शहीदों की कुर्बानी भुलाई नहीं जा सकती.
चाक-चौबंद रही व्यवस्था
खरसावां शहीद स्थल पर श्रद्धांजलि समारोह आयोजन को लेकर कोल्हान प्रमंडल के सभी वरीय अधिकारियों की तैनाती की गई थी. सुरक्षा को लेकर चाक-चबंद व्यवस्था रही. शहीद बेदी पर माल्यार्पण और पुष्पांजलि का कार्यक्रम सुबह से प्रारंभ हुआ जो दिन भर चलता रहा।