Saraikela :- देश समेत राज्य भर में पूर्व से स्थापित डैम के सेफ्टी और सिक्योरिटी के मामले में डैम सेफ्टी एक्ट 2021 संजीवनी की तरह काम कर रहा है. इसे लेकर अंतरराष्ट्रीय डैम सुरक्षा विषय पर इंटरनेशनल डैम सेफ्टी कॉन्फ्रेंस 2022 का आयोजन पिंक सिटी जयपुर में संपन्न हुआ. जिसमें सुवर्णरेखा परियोजना के ईचा कंपलेक्स के कार्यपालक अभियंता कुमार अरविंद अपने सहयोगियों के साथ झारखंड का प्रतिनिधित्व कर लौटे हैं.
जयपुर में 10 से 12 अक्टूबर तक चले इस तीन दिवसीय डैम सेफ्टी कॉन्फ्रेंस में विश्व भर के 103 देश ऑनलाइन और ऑफलाइन मोड में शामिल हुए. कॉन्फ्रेंस में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र शेखावत भी शामिल हुए. इस मौके पर केंद्रीय मंत्री ने देशभर में मौजूद बांधों के सुरक्षा को लेकर कॉन्फ्रेंस में शामिल डेलीगेटस से डैम सेफ्टी विशेष देने पर बल दिया. सेमिनार में मौजूदा डैम के सुरक्षा तंत्र को और बेहतर बनाने पर विशेष रूप से फोकस किया गया. इस मौके पर देशभर में मौजूद 80% डैम जो ढाई दशक से भी अधिक पुराने हैं उनके सुरक्षा को लेकर विशेष फोकस किया गया हैं.
गौरतलब है कि बांधों की सुरक्षा को लेकर केंद्र सरकार ने पहले ही एक समान बांध सुरक्षा नीति, प्रोटोकाल और प्रक्रियाओं को विकसित करने के लिए एक राष्ट्रीय बांध सुरक्षा समिति का गठन किया है. जिसके अध्यक्ष केंद्रीय जल आयोग के चेयरमैन हैं. देशभर में कुल 5,334 पुराने बांध हैं. जिनमें से तकरीबन 10 डैम झारखंड में है जिन पर डैम सेफ्टी एक्ट 2021 लागू है.